पिछले चुनावों में झटका लगने के बाद कानपुर में बूथ स्तर पर संगठन मजबूत कर रही बसपा
पार्टी ने निष्क्रिय पदाधिकारियों और प्रभारियों की छंटनी करके सक्रिय कार्यकर्ताओं को आगे लाने की रणनीति बना रही है।
कानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में बसपा अभी से ही जुट गई है। इसके तहत पार्टी ने बूथ, सेक्टर और वार्डों के निष्क्रिय पदाधिकारियों की छंटनी भी शुरू कर दी है। पार्टी अब उन्हीं कार्यकर्ताओं को मौका देगी जो पार्टी की बैठकों, कार्यक्रमों और सभाओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
वर्ष 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा को जिले में बड़ा झटका लगा। पार्टी को एक भी सीट यहां नहीं मिली। ऐसे में अब पार्टी की कोशिश है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव तक संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करके यहां ज्यादा से ज्यादा सीटें जीती जाएं। पहले पार्टी ने महानगर अध्यक्ष पद पर पिछड़ी जाति के रामनारायण निषाद को तैनात किया। महानगर अध्यक्ष राम नारायण निषाद के मुताबिक बूथ पर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और तीन संगठन सचिव होते हैं, जबकि 10 बूथ को मिलाकर बनने वाले सेक्टर में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व 10 सचिव सचिव की तैनाती है। अब सचिव व अन्य पदाधिकारियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। जो भी निष्क्रिय हैैं, उन्हें हटाकर दूसरों की तैनाती की जा रही है।