Move to Jagran APP

दहशत फैलाने के लिए दिनदहाड़े और ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या करता था मोनू पहाड़ी

सुपारी लेकर हिस्ट्रीशीटर लाला हड्डी को सात गोलियां मारकर उतार दिया था मौत के घाट।

By AbhishekEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 02:09 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 05:40 PM (IST)
दहशत फैलाने के लिए दिनदहाड़े और ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या करता था मोनू पहाड़ी
दहशत फैलाने के लिए दिनदहाड़े और ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या करता था मोनू पहाड़ी

कानपुर, जेएनएन। इटावा जिला जेल में संघर्ष के दौराना मारा गया हिस्ट्रीशीटर मोनू पहाड़ी उर्फ आसिफ पर हत्या के ही दर्जन भर मुकदमे हैं। वह दहशत फैलाने के इरादे से दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या करता था ताकि रंगदारी वसूल सके। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक उसने सुपारी लेकर कर्नलगंज के हिस्ट्रीशीटर लाला हड्डी को दिनदहाड़े सात गोलियां मारकर हत्या की थी। फिर डी-टू गैंग के शानू बॉस से जुगलबंदी के बाद दोनों ने सुपारी लेकर ताबड़तोड़ हत्याएं की।

loksabha election banner

पेन कारोबारी पर भी गोलियां बरसा कर ली थी जान

मूलगंज चौराहे के पास हसीन टुंडा को सरेआम पांच गोली मारकर हत्या की। स्मैक तस्कर से पैसा लेकर भरे बाजार आठ गोली मारकर चौरसिया की हत्या कर दी। एक पेन कारोबारी को भी गोलियों से भून डाला था। पुलिस का दावा है कि उसने भाड़े पर और भी हत्याएं की हैं, जिनका खुलासा नहीं हो सका। शानू बॉस के एनकाउंटर के बाद मोनू पहाड़ी कानपुर के रहने वाले और बनारस के कुख्यात रईस बनारसी के संपर्क में आ गया और पूर्वांचल में कई वारदातें कीं।

एसटीएफ पर हमले के बाद हुआ था गिरफ्तार

मोनू पहाड़ी को एसटीएफ पर हमले के आरोप में सात साल की सजा हुई थी। 20 अगस्त 2014 को एसटीएफ के तत्कालीन डिप्टी एसपी आलोक सिंह और इंस्पेक्टर सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में बनी टीम ने उसे आवास विकास के ब्रह्मदेव चौराहे के पास से गिफ्तार किया था। कानपुर जेल में वर्चस्व को लेकर अन्य कैदियों के साथ संघर्ष होने पर उसे कानपुर देहात की जेल भेजा गया। वहां मोनू तत्कालीन जेलर राजेश पांडेय से भिड़ गया और उन्हें परिवार सहित मार देने की धमकी दी। तब उसे इटावा जेल भेजा गया।

मोनू गैंग के प्रमुख अपराधी

पुलिस के मुताबिक मोनू के गैंग में हीरामन पुरवा में रहने वाले शफीक ढपाली का बेटा शरीफ ढपाली, पनकी साहब नगर निवासी पप्पू खटिक उर्फ संजय सोनकर, हीरामन का पुरवा का शानू चिकना उर्फ शानू बाइकर, मियां मुनक्कू, छोटे मियां का हाता का रेहान उर्फ गुड्डू, हीरामन पुरवा के आफाक सुनहरा और अखलाक, चमनगंज का कालू उर्फ कार्लोस, नाला रोड का नौशाद, शेरू, रईस बनारसी, बाबूपुरवा का बबुआ झाड़ूवाला, शाह आलम और शानू उर्फ मोटा थे।

मोनू की क्राइम हिस्ट्री

अनवरगंज : हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, लड़ाई झगड़ा और आम्र्स एक्ट आदि के सात मुकदमे

चमनगंज : हत्या और आम्र्स एक्ट के दो मुकदमे

जूही : हत्या का एक मुकदमा

ग्वालटोली : मारपीट का एक मुकदमा

किदवई नगर : लूट का एक मुकदमा

कोतवाली : हत्या का एक मुकदमा

मूलगंज : हत्या का एक मुकदमा

नौबस्ता : मारपीट व आम्र्स एक्ट के तीन मुकदमे

कर्नलगंज : हत्या के प्रयास और आम्र्स एक्ट के दो मुकदमे

कल्यणापुर : एसटीएफ पर हमले का मुकदमा  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.