Coronavirus से मौत पर इंडियन ऑयल कंपनी देगी पांच लाख रुपये, जानें-कौन हैं शामिल
इंडियन ऑयल कंपनी पहली बार एजेंसी के कर्मचारियों के लिए कोई योजना लेकर आई है।
कानपुर, आलोक शर्मा। कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद जो लोग अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं, उन्हें सरकार ही नहीं बल्कि देशवासी भी सलाम कर रहे हैं। इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरने वालों को पांच लाख रुपये आश्रितों को देने का ऐलान किया है। यह पहली बार है जब कंपनी एजेंसी से जुड़े कर्मचारियों के लिए कोई योजना लेकर आई है। यह पहले मुख्य रूप से एलपीजी सिलिंडर वितरण कार्य में जुटे डिलीवरी मैन के लिए की है।
दरअसल, गैस एजेंसियों में काम करने वाले ज्यादातर डिलीवरी मैन कम वेतन या कमीशन पर काम करते हैं। ऐसे में न तो उन्हें बीमा का लाभ मिलता है और न ही इलाज की व्यवस्था होती है। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के कार्यकारी निदेशक सुनील माथुर ने इस संबंध में देश के सभी राज्यों के एलपीजी प्रमुखों को पत्र जारी किया।
पत्र के मुताबिक लॉकडाउन में एलपीजी को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है। उपभोक्ताओं को समस्या न हो, इसलिए वितरक लगातार एलपीजी की डिलीवरी कर रहे हैं। बाहर निकलने से उनमें कोरोना के खतरे की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में यदि संक्रमण के चलते डिलीवरी मैन की मृत्यु हो जाती है तो आश्रित को इंडियन ऑयल पांच लाख रुपये देगी।
एक हजार डिलीवरी मैन व कर्मचारी : जिले की 47 गैस एजेंसियों में एक हजार डिलीवरी मैन व कर्मचारी हैं। प्रदेश में यह संख्या 40 हजार और देश में तीन लाख से ज्यादा है। गैस वितरक संघ के अध्यक्ष भारतीश मिश्रा ने बताया कि योजना की जानकारी है। कुछ दिन पहले कर्मचारियों की सूची मांगी गई थी, जिसे इंडियन ऑयल को उपलब्ध कराया गया था।
इन्हें मिलेगा योजना लाभ : एलपीजी सिलेंडर घरों में पहुंचाने वाले डिलीवरी मैन, एजेंसियों में काउंटर पर बुकिंग करने वाले क्लर्क, सिलेंडर गोदाम इंचार्ज व कर्मचारी, एजेंसी के मैनेजर व मुनीम।