अब होमगार्डों के हाथों में होगी इंसास, जल्द ही मिलेगा बढ़ा हुआ वेतन व एरियर Kanpur News
डीआइजी होमगार्ड संजीव शुक्ला ने बैठक में डॅयूटी में पारदर्शिता व जवानों का प्रशिक्षण बेहतर करने के दिए निर्देश।
कानपुर, जेएनएन। होमगार्डों के हाथों में नए सत्र से 303 रायफल नहीं बल्कि इंसास दिखेंगी। मंडलीय प्रशिक्षण केंद्रों पर 18 फरवरी से जवानों का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है और जिलों के लिए भी रायफलें खरीदी जाएंगी। यही नहीं जल्द ही होमगार्डों को बढ़े डीए के साथ वेतन और बकाया एरियर का भुगतान भी होगा। यह जानकारी झांसी परिक्षेत्र के डीआइजी होमगार्ड संजीव कुमार शुक्ला ने शनिवार को सर्किट हाउस में दी।
अब तीन महीने का होगा नए होमगार्ड का प्रशिक्षण
उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में ड्यूटी रोस्टर की पारदर्शिता और जवानों के प्रशिक्षण को बेहतर बनाने के लिए कहा। बताया कि उनका कार्यक्षेत्र कानपुर, चित्रकूट व झांसी मंडल तक है। उन्होंने होमगार्डों की कार्यशैली को बेहतर करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम में हो रहे बदलावों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले होमगार्ड का बेसिक प्रशिक्षण 42 दिन का होता था, अब यह तीन महीने तक चलेगा। इसका पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है। नए सत्र (एक अप्रैल) से इसकी शुरुआत की जा रही है।
प्रत्येक होमगार्ड को अब मिलेंगे 732 रुपये दैनिक
जिला कमांडेंट चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान में होमगार्ड का दैनिक वेतन 702 रुपये है। डीए बढऩे के बाद उन्हें 732 रुपये मिलेंगे। आगामी वित्तीय सत्र में दिसंबर 2016 से अब तक के बकाया एरियर का भी भुगतान होने की उम्मीद है। इसके लिए एडीएम, एसपी व होमगार्ड कमांडेंट की जिलेवार कमेटी गठित की गई हैं। होमगार्ड इंस्पेक्टर राजेंद्र वर्मा, राजेश सिंह आदि मौजूद रहे।
जल्द तैयार होगा प्रशिक्षण केंद्र
डीआइजी ने महमूदाबाद गांव में बन रहे कानपुर मंडल के होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र को जल्द शुरू कराने की बात कही। कहा कि बजट की कमी के चलते विभाग में कुछ कार्य रुके हैं, उन्हें जल्द कराया जाएगा। अधीनस्थों से अनुशासन बढ़ाने और जवानों को व्यवहार कुशल बनाने के लिए कार्यशालाएं आयोजित कराने के लिए कहा।