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कंपनी-किसान गठजोड़ से समृद्ध होगा 'दाल का कटोरा', Walmart कराएगी कांट्रेक्ट फार्मिंग

विश्व दाल दिवस पर बांदा के कालिंजर में अरहर सम्मेलन में सैद्धांतिक सहमति बनी कंपनियां प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में मदद देंगी।

By AbhishekEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 12:05 PM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 12:05 PM (IST)
कंपनी-किसान गठजोड़ से समृद्ध होगा 'दाल का कटोरा', Walmart कराएगी कांट्रेक्ट फार्मिंग
कंपनी-किसान गठजोड़ से समृद्ध होगा 'दाल का कटोरा', Walmart कराएगी कांट्रेक्ट फार्मिंग

बांदा, जेएनएन। चंदेल कालीन इतिहास को समेटे भगवान नीलकंठ की नगरी कालिंजर में विश्व दाल दिवस पर बुंदेलखंड को दलहन सिरमौर बनाने का संकल्प लिया गया। इसके लिए किसान और कंपनी में गठजोड़ की सैद्धांतिक सहमति बन गई है। कंपनियां क्षेत्र विशेष की प्रमुख फसल के प्रसंस्करण केंद्र लगाने के लिए किसानों की मदद करेंगी और उत्पाद की ब्रांडिंग कर बेचेंगी। वहीं, बेहतर खेती कर पद्मश्री से विभूषित होने वाले किसानों ने अपनी सफलता का राज साझा कर किसान समूहों को प्रशिक्षण देने का आश्वासन दिया।

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प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में करेंगी मदद

जिला प्रशासन की तरफ से आयोजित अरहर सम्मेलन में खाद्य प्रसंस्करण और रिटेल चेन कंपनियों वालमार्ट इंडिया, आर्गेनिक इंडिया, आइटीसी और स्पेंसर ने किसानों को प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में मदद करने का आश्वासन दिया। कहा, किसान बाजार की मांग के अनुसार हमसे उन्नत बीज लें। फसल की प्रोसेसिंग कर पैकिंग करें। हम प्रचार-प्रसार कर बेचेंगे। किसानों ने इसके लिए हामी भरी है। हैदराबाद एग्री साइट से आए कृषि विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार नून ने किसानों को उद्यमी बनाने के लिए उन्नत बीज तैयार करने की विधि सिखाने का आश्वासन दिया।

कंट्रेक्ट खेती कराएगी वालमार्ट

वालमार्ट इंडिया के डीजीएम डॉ.अरङ्क्षवद कुमार ने कहा कि यहां किसान मेहनत तो बहुत करता है, पर उसे बाजार नहीं मिल पा रही है। इससे वह ऊंचा मुकाम नहीं हासिल कर पा रहा है। वालमार्ट इंडिया यहां किसानों के साथ कांट्रेक्ट खेती करेगी। खेत उनका होगा और कार्य व प्रोसेङ्क्षसग कंपनी का होगा। इसमें किसानों को बेहतर मूल्य व फायदा दिया जाएगा। इसके लिए वह डीएम से बातचीत भी कर रहे हैं। सहमति भी मिल गई है।

समूह आधारित खेती पर जोर

बुलंदशहर के प्रगतिशील किसान पद्मश्री भूषण त्यागी ने जीरो बजट यानी जैविक एवं परंपरागत तरीके से समूह आधारित खेती, प्रोसेसिंग यूनिट और पैकिंग में बेचने से लाभ का उदाहरण देकर बाजार में छाने की कला बताई। बिहार के मुजफ्फरपुर से आईं पद्मश्री राजकुमारी उर्फ किसान चाची ने बुंदेली महिलाओं को स्वावलंबी बनने के लिए समूह आधारित कामों की जानकारी दी। भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र नई दिल्ली के प्रो. मानङ्क्षसह और पार्टिसिपेटरी रूरल डेवलपमेंट (पीआरडी) फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. आरसी चौधरी ने जैविक उत्पादों को बाजार की जरूरत बताया और उसकी मांग की आंकड़ा समझाकर लाभ गिनाए।

हर ब्लाक में होगा मोटा अनाज खरीद केंद्र

सांसद आरके सिंह पटेल ने हर ब्लाक में मोटे अनाजों की खरीद के लिए एक-एक क्रय खोलने का प्रस्ताव संसद में रखा है। सम्मेलन में कहा कि चना व मसूर की तरह अरहर, सावां, कोदों व बाजरा के समर्थन मूल्य घोषित करने का प्रस्ताव दे दिया गया है। सरकार जल्द घोषणा कर सकती है।

-वर्ष 2022 तक बुंदेलखंड के किसानों की आय दोगुणी करने और दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रशासन ने यह सम्मेलन कराया ताकि किसान एवं कंपनियों के बीच बेहतर सेतु बन सके। यहां लाए गए प्रस्ताव सरकार के पास भेजे जा रहे हैं। हमारी मंशा एग्रो टूरिज्म बढ़ाकर बुंदेलखंड में खेती संग पर्यटन बढ़ाने की है। -हीरालाल, जिलाधिकारी


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