सावधान! बाजार में आए 200 के नकली नोट, ऐसे पहचानें असली करेंसी Kanpur News
15 दिन में एक करोड़ रुपये के नकली नोट उतारे गए फुटकर व्यापारियों से लेकर पेट्रोल पंपों तक धड़ल्ले से दौड़ रही जाली करेंसी
कानपुर, जेएनएन। देश की अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह चाटने वाले नकली नोटों के धंधेबाज फिर सक्रिय हो गए हैं। दो सौ रुपये के नकली नोटों की बड़ी खेप 15 दिन पहले ही कानपुर में उतारी गई है। खुफिया से जुड़े सूत्र इसकी पुष्टि कर रहे हैं। जिस तरह से बाजार में नकली नोट घुलमिल रहा है, उससे डांवाडोल हो रही अर्थव्यवस्था के सामने एक और संकट खड़ा हो सकता है।
केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला लेने के पीछे प्रमुख कारणों में नकली नोटों को भी बताया था। सरकार अब तक पांच सौ, सौ, पचास, बीस और दस रुपये का नया नोट जारी कर चुकी है। मगर, धंधेबाजों ने हूबहू कॉपी कर नकली नोट बाजार में उतार दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक कानपुर में 15 दिन पहले करीब एक करोड़ रुपये के दो सौ रुपये के नकली नोट आए हैं। शहर में इनके मिलने की पुष्टि दस दिनों से हो रही है। हालांकि जिन्हें नकली नोट मिल रहे हैं, वह डर की वजह से खुलकर नहीं बोल रहे।
सर्वोदय नगर में पान की दुकान चलाने वाले दुकानदार ने छह दिन में तीन बार नकली नोट हाथ में आने की जानकारी दी। एक नोट तो अब तक उसके पास है। इसी तरह नरेंद्र मोहन सेतु से एलएलआर अस्पताल जाने वाली सड़क पर स्थित पेट्रोल पंपों पर जाली नोट मिलने की पहली घटना दस दिन पुरानी है। सभी को दो सौ रुपये के जाली नोट मिल रहे हैं। खुफिया सूत्र भी बतातें हैं कि फिलहाल दो सौ रुपये के नकली नोट बाजार में झोंके गए हैं। इसी तरह फुटकर व्यापारियों के यहां भी नकली नोट चलाए जाने की कोशिशें हो रही हैं।
हूबहू असली जैसा, ऐसे पकड़ें
जो नकली नोट बाजार में आया है, वह हूबहू असली जैसा ही है। पहली नजर में कोई भी धोखा खा सकता है, लेकिन उसे पकडऩा बेहद आसान है। असली नोट के बीचोंबीच हरे रंग का सुरक्षा धागा है, जिस पर भारत और आरबीआइ लिखा हुआ है। हरे रंग का यह सुरक्षा धागा नोट को तिरछा करने पर नीले रंग में चमकता है। नकली नोट में फर्क केवल इतना है कि सुरक्षा धागा टुकड़ों में दिखाई देता है, जबकि असली नोट में पूरा धागा एक साथ दिखाई देता है। इसके अलावा नकली नोट पानी पडऩे पर रंग भी छोड़ रहा है।
इनका ये है कहना
अभी इस तरह की जानकारी नहीं मिली है। अगर ऐसा कुछ है तो बैंकों को चेतावनी जारी करके उन्हें आगाह किया जाएगा ताकि वह आम लोगों को भी जागरूक करें।
- एके वर्मा, अग्रणी बैंक प्रबंधक
पुलिस के पास अभी तक ऐसा कोई इनपुट नहीं है। अगर ऐसा है तो पुलिस की स्पेशल टीम को इसके लिए तैनात किया जाएगा ताकि नकली नोटों का कारोबार करने वाले पकड़े जाएं।
- प्रेम प्रकाश, एडीजी
200 रुपये का नोट पहचानने के 11 तरीके
1. नोट में सामने की तरफ 200 रुपये का अंक उस स्थान पर भी है, जो तब दिखेगा जब आप नोट को रोशनी की ओर करके देखेंगे। इसी जगह पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर भी दिखेगी।
2. सामने वाले हिस्से में देवनागरी लिपि में दो सौ लिखा है, उसी तरह पिछले हिस्से में भी देवनागरी में दो सौ लिखा हुआ है।
3. सामने की ओर नोट के बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर छपी है और 200 रुपये का वाटरमार्क भी है।
4. हरे रंग का सुरक्षा धागा, जिस पर भारत और आरबीआइ लिखा हुआ है। हरे रंग का यह सुरक्षा धागा नोट को तिरछा करने पर नीले रंग में चमकता है।
5. महात्मा गांधी की तस्वीर के बगल में गारंटी क्लॉज, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर, वादे का क्लॉज और भारतीय रिजर्व बैंक की सील है।
6. सामने की तरफ दायीं ओर नीचे की तरफ 200 रुपये लिखा हुआ, जिसका रंग नोट को तिरछा करने पर हरे से नीले रंग में दिखने लगता है।
7. सामने की तरफ दायीं ओर अशोक स्तंभ का चिह्न है।
8. नोट की छपाई का वर्ष पीछे की तरफ बायीं ओर लिखा हुआ है। छपाई वर्ष के नीचे ही हिंदी में दो सौ रुपये लिखा हुआ है।
9. पीछे की ओर बायीं ओर नीचे की तरफ स्वच्छ भारत का लोगो यानी गांधीजी का चश्मा बना हुआ है, जिसमें स्वच्छ भारत लिखा हुआ है। इसके नीचे स्वच्छ भारत का स्लोगन एक कदम स्वच्छता की ओर लिखा हुआ है, जिसके नीचे भारतीय रिजर्व बैंक लिखा है।
10. भाषाओं की एक लिस्ट भी दी गई है, जो नोट के पीछे वाले हिस्से में है। यहां 15 भाषाओं में दो सौ रुपये लिखा हुआ है, जिसमें हिंदी नहीं है। इस तरह नोट पर कुल 16 भाषाओं में दो सौ रुपये लिखा है।
11. पीछे की तरफ सांची स्तूप की आकृति बनी हुई है।