होमगार्ड हटाए जाते ही चरमराई यातायात व्यवस्था, चौराहे सूने होने से वाहन चालक तोड़ते रहे नियम Kanpur News
शहर में हटाए गए 900 होमगार्ड मंगलवार को कई चौराहों पर रामभरोसे चलता रहा ट्रैफिक।
कानपुर, जेएनएन। शहर में कानून और यातायात व्यवस्था कहीं चरमरा न जाए। सिपाहियों की तो पहले से ही कमी है, उस पर सोमवार को शासन के फरमान से शहर के पुलिस विभाग से 900 होमगार्ड एक झटके में कम हो गए। मंगलवार को तमाम चौराहों पर ट्रैफिक संभालने के लिए एक भी खाकी वर्दी वाला नहीं दिखा। ट्रैफिक निदेशालय या अधिकारियों के कोटे से अटैच होमगार्ड ही ड्यूटी करते नजर आए। थानों की भी व्यवस्था चरमरा गई और क्षेत्र में गश्त और पिकेट के साथ ही रूटीन के कामकाज भी प्रभावित होने लगे।
पुलिस महकमे के बजट से वेतन पाने वाले प्रदेश के 25 हजार होमगार्डों को शासन ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। ऐसे में शहर में भी 900 होमगार्ड पुलिस विभाग से कम हो गए हैं। इसमें करीब 199 होमगार्ड यातायात व्यवस्था संभालने में और बाकी थानों व पुलिस लाइन में मुल्जिम लाने, ले जाने, पोस्टमार्टम ड्यूटी, गश्त, पिकेट के कार्यों में जुटे थे। आदेश आने के बाद मंगलवार को उन सभी की ड्यूटी पर विराम लगा दिया गया। मंगलवार दोपहर फूलबाग, मेघदूत तिराहा, जरीब चौकी, रावतपुर तिराहा आदि स्थानों पर तो एक भी सिपाही या होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं दिखा। वाहन चालक बेफिक्र होकर नियम तोड़ते हुए गुजरते रहे। बड़ा चौराहे पर भी एक सिपाही व केवल दो होमगार्ड थे। इस वजह से ई रिक्शा, आटो चालक मनमानी करते रहे। लाल इमली, मोतीझील पर भी यही हाल रहा।
ट्रैफिक में 150 सिपाही, 72 चौराहों पर ड्यूटी
जिले में करीब 4900 सिपाही हैं। इसमें से 150 सिपाही ट्रैफिक पुलिस में तैनात हैं, जबकि शहर के 72 चौराहों पर दो शिफ्ट में ड्यूटी लगती है। रामादेवी, बड़ा चौराहा, टाटमिल, विजयनगर जैसे बड़े चौराहों पर तो चार-चार सिपाही लगाए जाते हैं। होमगार्ड कम होने से अब यातायात व्यवस्था को संभालना बड़ी चुनौती है।
साल में सिर्फ छह माह की ड्यूटी पा सकेंगे होमगार्ड
पुलिस विभाग से हटाए गए होमगार्डों के सामने आजीविका चलाने का भी संकट खड़ा हो गया है। होमगार्डों की संख्या को देखते हुए माना जा रहा है कि उन्हें साल में केवल छह माह की ही ड्यूटी मिल सकेगी। ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन (बीआइसी) की कॉमर्शियल ड्यूटी खत्म होने से भी तमाम होमगार्ड बेरोजगार हुए हैं। अब निर्वाचन की ड्यूटी भी हटाई जा रही है। होमगार्ड इंस्पेक्टर विंध्याचल पाठक ने बताया कि जिले में 3849 होमगार्ड हैं। 900 पुलिस विभाग व 900 अन्य विभागों व संस्थानों में तैनात थे। बीआइसी की 60 ड्यूटियां समाप्त कर दी गई हैं। अब पुलिस से भी 900 होमगार्ड बाहर हो गए। इसी में से 475 की गोङ्क्षवदनगर उपचुनाव में और 325 की चित्रकूट में ड्यूटी लगाई गई थी। दोनों ही स्थानों की पांच दिन की ड्यूटी निरस्त की गई है। हालांकि उ'चाधिकारियों के आदेश पर यूपी-100 में तैनात होमगार्डों की ड्यूटियां नहीं काटी गई हैं।
इनका ये है कहना
पुलिस विभाग से वेतन पा रहे करीब 900 होमगार्ड हटे हैं लेकिन आयुक्त, डीएम, एसएसपी व एसपी ट्रैफिक के कोटे से अभी 1122 होमगार्ड ड्यूटी कर रहे हैं। अग्र्रिम आदेश तक हटाए गए होमगार्डों की रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी लगाई जाएगी।
- चंद्रमोहन, जिला कमांडेंट होमगार्ड