भरभरा कर ढह गई कच्ची कोठरी की छत, सो रहे मां और बेटे की मौत Fatehpur News
शहबाजपुर गांव में देर रात हुआ हादसा आवाज सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने मलबा हटा बड़े बेटे को बचाया।
फतेहपुर, जेएनएन। कोतवाली बिंदकी के शहबाजपुर गांव में गुरुवार देर रात कच्ची कोठरी की छत ढहने से सो रहे मां-बेटे दब गए। ढहने की आवाज सुनकर गांव के लोग दौड़े और मलबे में दबे मां बेटों को बाहर निकाला पर तब तक मां व छोटे पुत्र की सांसें थम चुकी थीं। वहीं बड़े बेटे को सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
शहबाजपुर गांव निवासी ओम प्रकाश उर्फ कल्लू साहू की पत्नी 35 वर्षीय श्यामा, बेटे 13 वर्षीय शुभम व 10 वर्षीय अनुज गुरुवार रात घर में बनी कच्ची कोठरी में चारपाई पर सो रहे थे। बाहर छप्पर के नीचे सास व ससुर लेटे थे। देर रात अचानक कोठरी की छत ढह गई, जिससे श्यामा और उनके दोनों बेटे दब गए। कोठरी गिरने की आवाज सुनकर जागे सास-ससुर ने शोर मचाया तो ग्रामीण दौड़ पड़े। आनन फानन ग्रामीणों ने मलबे में दबे मां व दोनों बच्चों को मलबा हटाकर बाहर निकाला। हालांकि श्यामा और अनुज की मौत हो चुकी थी, जबकि शुभम गंभीर रूप से घायल था। सूचना पर एसडीएम प्रमोद झा व जोनिहां चौकी इंचार्ज भगवान बख्स सिंह पहुंचे। एसडीएम ने बताया कि शुभम को सीएचसी बिंदकी में भर्ती कराया गया। उसकी हालत अब ठीक है।
धन्नी के नीचे आने से बची शुभम की जान
हादसे के दौरान कोठरी का मलबा शुभम पर गिरा। एक टेढ़ी धन्नी उसके ऊपर गिरी जिससे वह पूरी तरह दबा नहीं। सांस लेने की जगह बनी रही। मलबा हटा रहे लोगों की आवाज सुन उसने हाथ हिलाया। इस पर उसे तुरंत निकाल लिया गया। दहशत में होने के कारण कुछ देर तक उसकी आवाज ही नहीं निकली।
मुंबई में है पति, दी गई सूचना
शहबाजपुर गांव निवासी ओम प्रकाश उर्फ कल्लू साहू कारोबार के सिलसिले में मुंबई में रह रहा है। हादसे में पत्नी व बच्चे की मौत की खबर दी गई है।