Move to Jagran APP

paytm से रिश्वत लेने वाले आरपीएफ सिपाही बर्खास्त, शक के घेरे में कंपनी कमांडर Kanpur News

अनवरगंज आरपीएफ थाना में तैनात थे दोनों सिपाही पीडि़त ने आरपीएफ के डीजी से शिकायत की थी।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 17 Jul 2019 02:25 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 02:25 PM (IST)
paytm से रिश्वत लेने वाले आरपीएफ सिपाही बर्खास्त, शक के घेरे में कंपनी कमांडर Kanpur News
paytm से रिश्वत लेने वाले आरपीएफ सिपाही बर्खास्त, शक के घेरे में कंपनी कमांडर Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। राजधानी एक्सप्रेस में बीएसएफ जवान से पेटीएम से रिश्वत लेने वाले आरपीएफ सिपाही राम नयन यादव और आशीष चौहान को बर्खास्त कर दिया गया है। मामले की जांच कर रहे आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट पर आरपीएफ के आइजी ने बर्खास्तगी की कार्रवाई की है। आरपीएफ के कंपनी कमांडर भी शक के घेरे में आ गए हैं और सिपाहियों की मिलीभगत की जांच शुरू हो गई है।

loksabha election banner

ये हुई थी घटना

पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी निवासी देवराम थापा बीएसएफ डीआइजी की सुरक्षा में नई दिल्ली में तैनात हैं। उन्होंने 12424 डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में न्यू जलपाईगुड़ी के लिए आरक्षण कराया था। बी 6 कोच में जवान और उनकी पत्नी की सीट बी 6 कोच में बर्थ संख्या 25 और 26 आवंटित थी। नई दिल्ली स्टेशन पर बीएसएफ जवान तो ट्रेन में चढ़ गए लेकिन उनकी पत्नी प्लेटफार्म पर ही रह गईं। जवान ने चेनपुङ्क्षलग करके ट्रेन को रोक दिया।

ट्रेन में अनवरगंज स्टेशन के आरपीएफ थाना में तैनात सिपाही राम नयन यादव एवं आशीष चौहान एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे। दोनों ने बीएसएफ जवान को चेन पुलिंग करने के जुर्म में एफआइआर करने की धमकी दी और आरोप के मुताबिक 10 हजार रुपये रिश्वत मांगे। जवान ने कहा कि उनके पास सात हजार रुपये कैश हैं। बाकी तीन हजार रुपये पेटीएम से देने को कहा तो दोनों सिपाही सहमत हो गए। जवान ने सिपाही आशीष चौहान के पेटीएम खाते में तीन हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए थे।

आरपीएफ के डीजी को ट्वीट की घटना

बीएसएफ जवान ने रिश्वत देने के बाद पूरा ब्योरा आरपीएफ के डीजी को ट््वीट कर दिया था। इस पर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त को जांच सौंपी गई थी। प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर दोनों तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। जांच में दोनों सिपाहियों को दोषी पाये जाने पर मंगलवार को बर्खास्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं आरपीएफ के कंपनी कमांडर के दोनों से मिलीभगत का संदेह भी बना है, जिसकी जांच भी शुरू हो गई है। आरपीएफ के आइजी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि जांच में आरोप सही मिलने के बाद दोनों सिपाहियों को बर्खास्त किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.