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मंत्री के शहर में भी सुविधाओं को तरस रहे उद्योग

पूरब का मैनचेस्टर कहे जाने वाले कानपुर के विधायक को औद्योगिक विकास मंत्री बना सरकार ने अपनी प्राथमिकता बता दी मगर अफसरों की लापरवाही के कारण उद्योगों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रहीं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 01:30 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 01:30 AM (IST)
मंत्री के शहर में भी सुविधाओं को तरस रहे उद्योग
मंत्री के शहर में भी सुविधाओं को तरस रहे उद्योग

जागरण संवाददाता, कानपुर : पूरब का मैनचेस्टर कहे जाने वाले कानपुर के विधायक को औद्योगिक विकास मंत्री बना सरकार ने अपनी प्राथमिकता बता दी मगर, अफसरों की लापरवाही के कारण उद्योगों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रहीं। पनकी औद्योगिक क्षेत्र में सड़क, सफाई से लेकर बिजली तक की समस्याएं हैं जो लंबे समय से दूर नहीं हो पा रही हैं।

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पनकी औद्योगिक क्षेत्र पांच साइटों में बंटा है। जिसमें कुल 1270 उद्योग स्थापित हैं। यहां सड़कें बेहद खराब हैं। बरसात के दिनों में जलभराव से जूझना पड़ता है तो गर्मी में धूल से परेशान होना पड़ता है। गंदगी की समस्या भी यहां भरपूर है। नगर निगम ने अभी तक यहां से निकलने वाले औद्योगिक कचरे के निस्तारण की भी कोई व्यवस्था नहीं की है। सफाई के लिए स्थायी कर्मचारी तैनात नहीं किए जा सके हैं जबकि नगर निगम हाउस टैक्स के नाम से इन उद्योगों से करोड़ों रुपये का टैक्स वसूलता है। नियमानुसार साठ फीसद खर्च इसी क्षेत्र में करना चाहिए।

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन कानपुर चैप्टर के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल कहते हैं कि यह मुद्दे हर बार अफसरों की बैठकों में उठते हैं। हर बार दिशा निर्देश जारी होते हैं लेकिन, समस्याओं का अंत नजर नहीं आ रहा है। केस्को भी ध्यान नहीं देता है। लाइनों पर पेड़ आदि गिर जाने से दो दो दिन सप्लाई बाधित हो जाती है।

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गंदगी का केंद्र बन गए पार्क

औद्योगिक क्षेत्र में कई पार्क बनाए गए हैं लेकिन, इनके हालात बेहद खराब हैं। पार्को में जलभराव होता है। इसमें गंदगी होने के कारण स्थिति और बदतर हो जाती है। अगर यहां नियमित रूप से सफाई का काम किया जाए तो यह पार्क अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें।

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साइट पांच अभी भी अधर में

पनकी औद्योगिक क्षेत्र की साइट पांच अभी तक यूपीसीडा से नगर निगम को हैंडओवर नहीं हुई है। ऐसे में नगर निगम यहां टैक्स तो लेता है लेकिन, कोई काम नहीं कराता है। दस साल पहले स्थापित हुए इस क्षेत्र में यूपीसीडा अभी तक ड्रेनेज सिस्टम नहीं बना पाया है। इसलिए नगर निगम इसे लेने से कतरा रहा है। जिला उद्योग बंधु की बैठक में जो भी समस्याएं सामने आती हैं, उनका तत्काल निस्तारण कराया जाता है। ऐसा नहीं है कि समस्याएं समाप्त हो गई हैं लेकिन, काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है। यह प्रयास अभी चल रहा है।

-संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त


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