चित्रकूट के घाट पर जीवंत होंगे तुलसीदास, आज भी रखी है रामचरित मानस की पांडुलिपि Kanpur News
चित्रकूट के रामघाट पर गोस्वामी तुलसीदास लोगों को राम कथा सुनाते नजर आने वाले हैं।
चित्रकूट, [हेमराज कश्यप]। 'चित्रकूट के घाट पर भइ संतन की भीड़, तुलसीदास चंदन घिसें तिलक देत रघुवीर।' राम चरित मानस की इस चौपाई का दृश्य बहुत जल्द जीवंत होने वाला है। गोस्वामी तुलसीदास लोगों को राम कथा सुनाते नजर आएंगे और राम दरबार में श्रीराम-सीता भी दिखाई देंगे। इससे देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालु चित्रकूट के महत्व को और करीब जान सकेंगे।
राजापुर में रखी है तुलसीदास की हस्तलिखित पांडुलिपि
कहा जाता है कि रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी राम घाट पर काफी दिन तक रहे थे। उनका जन्म संवत 1554 में सावन मास की सप्तमी को चित्रकूट के राजापुर ग्राम में हुआ था। चित्रकूट से उनकी जन्मस्थली की दूरी करीब 43 किलोमीटर है, जहां तुलसी जन्म कुटीर और मानस मंदिर बना है। मानस मंदिर में बाबा तुलसी की हस्तलिखित रामचरित मानस की पांडुलिपि आज भी रखी हुई है। उनके द्वारा स्थापित संकट मोचन मंदिर में प्रतिदिन दर्शन के लिए सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
35 मिनट की एनिमेशन फिल्म
चित्रकूट में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। वह तमाम ऐतिहासिक एवं पौराणिक स्थलों को देख नहीं पाते हैं। ऐसे में उन्हें चल चित्रों के माध्यम से तुलसीदास खुद उन स्थलों का महत्व बताएंगे। पर्यटन विभाग राम घाट पर लेजर शो के माध्यम से वॉटर स्क्रीन पर एनिमेशन फिल्म दिखाएगा। गोस्वामी तुलसीदास लोगों को राम कथा सुनाते भी नजर आएंगे। यह एनिमेशन फिल्म करीब 35 मिनट की होगी।
वॉटर स्क्रीन पर होगा शो
एनिमेशन फिल्म को मंदाकिनी के वॉटर स्क्रीन पर प्रोजेक्शन लेजर शो से दिखाया जाएगा। भगवान राम के वन गमन मार्ग को चित्रों के जरिये दिखाते हुए राम चरित मानस सुनाई पड़ेगी। प्रतिदिन रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक आयोजन होगा।
निर्माणदायी संस्था पांच साल तक करेगी संचालन
प्रोजेक्शन लेजर शो लगाने का काम उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम कर रहा है। संस्था की ओर से पांच साल तक शो का संचालन किया जाएगा ताकि किसी प्रकार की दिक्कत को तत्काल दूर किया जा सके।
दीप पर्व से पहले होगी शुरुआत
पर्यटन अधिकारी शक्ति सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्शन लेजर शो की लागत करीब पांच करोड़ रुपये है। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा 30 मई 2019 से कार्य प्रभरंभ है और 30 सितंबर 2019 तक पूरा होने की उम्मीद है। मंदाकिनी नदी के रामघाट पर प्रतिदिन शाम को लेजर शो होगा। दीप पर्व से पहले शो की शुरुआत हो जाएगी।