ट्रेन से यात्रा करते हैं तो जान लें ये, गाड़ी के शौचालय में रखकर ले जाया जाता है खाद्य और पेय पदार्थ
नान पैंट्री में चलती है अवैध वेंडरों की दबंगई विरोध करने पर देते धमकी सीमांचल एक्सप्रेस की पड़ताल करने पर हुआ खुलासा।
कानपुर, जेएनएन। ट्रेनों में अवैध वेंडङ्क्षरग का धंधा यात्रियों के स्वास्थ्य को चोट पहुंचा रहा है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि नॉन पैंट्री ट्रेनों में खाने या पीने की जिन वस्तुओं का उपयोग हम कर रहे हैं, उन्हें शौचालय में रखकर यात्रियों को बेचा जाता है। इसका खुलासा दैनिक जागरण द्वारा की गई पड़ताल में हुआ।
दैनिक जागरण की टीम ने सीमांचल एक्सप्रेस पर अवैध वेंडरों के कहर की पड़ताल की तो सामने आया कि हालात बेहद खराब हैं। ट्रेन प्लेटफार्म पर रेंग रही होती है तभी पूर्व निर्धारित कोचों में अवैध खाद्य व पेय सामग्री लोड होनी शुरू हो जाती है। अवैध वेंडरों का इससे कोई लेनादेना नहीं होता कि सवारियों को भी उतरना है। अगर सवारी विरोध भी करती हैं तो उन्हें डरा धमकाकर शांत कर दिया जाता है।
सामग्री को कहां रखा जाता है, इसकी पड़ताल के लिए हम भी ट्रेन के अंदर पहुंच गए। अंदर का नजारा बेहद चौकाने वाला था। अवैध वेंडरों द्वारा दो शौचालयों पर कब्जा करके उसमें ही सभी खाद्य सामग्रियों को रखा गया था। शौचालय से उठ रही भयंकर बदबू के बीच रखी यह खाद्य सामग्री इस भीषण गर्मी में स्वास्थ्य को कितना नुकसान पहुंचा सकती है, इसका अंदाजा सहज भी लगाया जा सकता है।
पूर्व में दो बार आरपीएफ ने की है कार्रवाई
सीमांचल एक्सप्रेस पर हाल ही में दो बार आरपीएफ कार्रवाई कर चुकी है। आरपीएफ ने दस अप्रैल व 27 अप्रैल को छापा मारकर ट्रेन में संचालित अवैध पैंट्री को पकड़ा और भारी मात्रा में सामग्री के साथ बीस अवैध वेंडरों को गिरफ्तार किया था। खास बात यह है कि दोनों कार्रवाई फफूंद के आसपास हुई। सवाल यह है कि जब खुलेआम यह सब सेंट्रल स्टेशन पर होता है तो इसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती।
नॉन पैंट्री ट्रेनें हैं निशाने पर
कानपुर से होकर गुजरने वाली करीब एक दर्जन लंबी दूरी की ट्रेनों में पेंट्रीकार नहीं हैं। इनमें सीमांचल एक्सप्रेस, चेन्नई एक्सप्रेस, ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस, चौरीचौरा एक्सप्रेस, आगरा इंटरसिटी, झांसी इंटरसिटी और मुम्बई की ओर जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस ट्रेनें प्रमुख हैं। सेंट्रल स्टेशन पर जिस ट्रेन को लेकर सबसे अधिक अराजकता है, वह सीमांचल एक्सप्रेस है। आनंद विहार से चलकर जोगबनी तक 1379 किमी की यात्रा करने वाली इस ट्रेन पर पूरी तरह से अवैध वेंडरों की कब्जा है।
आनंद विहार से चलने के बाद ट्रेन में सेंट्रल स्टेशन पर ही अवैध रूप से पानी, शीतल पेय, चाय, स्नैक्स और खाद्य सामग्री चढ़ाई जाती है। रोजाना डंके की चोट पर यह सब कुछ होता है, लेकिन कोई रोकने टोकने वाला नहीं है। इस संबंध में आरपीएफ प्रभारी पीके ओझा ने कहा कि हमने दो बार सीमांचल एक्सप्रेस में चल रही अवैध पैंट्री पर कार्रवाई की है। अब सेंट्रल स्टेशन पर भी नजर रखेंगे।
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