अपने मुल्क जाने के लिए पाकिस्तानी एजेंट वकास रवाना
10 साल तक जेल में सजा काट चुके पाकिस्तानी एजेंट वकास अहमद उर्फ इब्राहिम खान को उसके मुल्क भेजने के लिए पुलिस व एलआइयू टीम रविवार दोपहर पंजाब के वाघा बॉर्डर रवाना हो गई।
संवाद सहयोगी, बिठूर : 10 साल तक जेल में सजा काट चुके पाकिस्तानी एजेंट वकास अहमद उर्फ इब्राहिम खान को उसके मुल्क भेजने के लिए पुलिस व एलआइयू टीम रविवार दोपहर पंजाब के वाघा बॉर्डर रवाना हो गई। वकास काफी उत्साहित दिखा और बोला कि 14 साल का वनवास काटा है। अब अपनों के बीच ईद मनाने का मौका मिलेगा।
वर्ष 2005 में भारत-पाकिस्तान का मैच देखने के लिए वकास दिल्ली आया था। 2009 में वकास को एटीएस ने मंधना के पास पकड़ा था। उसके पास हाथ से बना भारत का नक्शा व अन्य गोपनीय दस्तावेज मिले थे। देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में वकास को जेल भेजा गया था। 12 मार्च को सजा पूरी होने पर जेल से छूटा और तबसे कड़ी सुरक्षा में बिठूर थाने में रह रहा था। दो दिन पूर्व दिल्ली दूतावास से उसे वाघा बॉर्डर पहुंचाने का आदेश आया। रविवार सुबह मेडिकल कराने व नए कपड़े देने के बाद कागजी कार्यवाही पूरी कर वकास को पुलिस लाइन लाया गया। यहां से करीब ढाई बजे एलआइयू इंस्पेक्टर अविनाश चंद्र व इंस्पेक्टर आदेश चंद्र उसे वाघा पहुंचाने के लिए निकले। एसपी पश्चिम संजीव सुमन ने बताया कि वकास को वाघा बार्डर पहुंचाने के लिए टीम रवाना हो गई है।
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कोहली है पसंदीदा बैट्समैन
विराट कोहली वकास का पसंदीदा बैट्समैन है तो शोएब अख्तर मनपसंद बॉलर। उसने बताया कि मैच देखने के बाद दिल्ली में पासपोर्ट खो जाने के कारण यहीं रुक गया था। औरैया के कारोबारी की बेटी से शादी की लेकिन जेल जाने पर रजामंदी से तलाक दे दिया।
यहां की पढ़ाई, गीता ले गया साथ
वकास ने पाकिस्तान से बीएससी किया था। यहां जेल में रहकर इग्नू से 2014 में बीपीपी (बैचलर प्रीपरेटरी प्रोग्राम) व सीएफएन (सर्टिफिकेट इन फूड एंड न्यूट्रीशन) का कोर्स किया। वह मेजर क्रिमिनल एक्ट, ज्योतिष, होम्योपैथी, चरक संहिता, श्रीमद् भागवत गीता की किताबें ले गया है। बोला कि पिता का अटैची का कारोबार करेगा और वीजा मिला तो फिर भारत आएगा।