अवसाद की घड़ी में सकारात्मक सोच पैदा करता है योग : कलराज
कालेज में सिग्नीफिकेंस ऑफ योग एंड साउथ एशियन कल्चर इन मॉडर्न मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज विषय पर सेमिनार का आयोजन। सांसद ने नियमित योग करने पर जोर दिया।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। अवसाद की घड़ी में योग सकारात्मक सोच पैदा करता है। योग द्वारा ही आत्म साक्षात्कार किया जा सकता है। योग के आदिगुरु महादेव को माना गया है, उन्होंने अपने योग और तप से दुनिया का कल्याण किया। यह बात सांसद कलराज मिश्र ने रविवार को पीएसआइटी में सिग्नीफिकेंस ऑफ योग एंड साउथ एशियन कल्चर इन मॉडर्न मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। लोगों से योग की क्रिया अपनाकर स्वस्थ रहने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में सांसद ने कहा कि योग ने पूरे देश को ही नहीं समस्त विश्व को प्रभावित किया है। आज भारत के साथ दुनिया 21 जून को योग दिवस मना रही है। योग की क्रिया यादि नियमित की जाए तो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसमें एक सूर्य नमस्कार से ही शरीर की समस्त क्रियाएं हो जाती हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को योग क्रिया जरूर करनी चाहिये। इसके काफी फायदे हैं और निरोगी रहने के लिए जरूरी है। कार्यशाला में कई देशों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे और योग के बारे में बताया। बांग्लादेश की प्रिमिशिया यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ अब्दुल हन्नान चौधरी ने बताया कि एक तरफ योग को जानेंगे तो दूसरी और उस देश की संस्कृति का पता चल सकेगा।