पांडु नदी का पानी उतरा, बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में पटरी पर लौटने लगी जिंदगी
पिछले दिनों हुई बारिश के बाद बाढ़ की चपेट में आए पांडु नदी के किनारे बसे कस्बे और गांवों में जिंदगी फिर पटरी पर लौटने लगी है।
जागरण संवाददाता, कानपुर: पिछले दिनों हुई बारिश के बाद बाढ़ की चपेट में आए पांडु नदी के किनारे बसे कस्बे और गांवों में जिंदगी फिर पटरी पर लौटने लगी है। हालांकि अभी इन इलाकों में अविकसित क्षेत्रों में हालात बेहद खराब हैं। संपर्क मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। इससे आवागमन में लोगों को परेशानी हो रही है। कई मकानों में ताले लटके हुए हैं।
बारिश के चलते पिछले दिनों पांडु नदी के किनारे बसे मेहरबान सिंह का पुरवा, मर्दनपुर, रविदासपुर, आंबेडकर नगर, तात्याटोपे नगर के अलावा पनकी पड़ाव, सुंदर नगर में जबरदस्त जलभराव हो गया था। विरोध में लोगों ने जाम व आगजनी भी की थी। हजारों घरों में तबाही का मंजर पैदा करने के बाद पांडु नदी का पानी पूरी तरह नीचे उतर गया है। इससे यहां के लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि तात्याटोपे नगर वाले पुल से नीचे उतरते ही मर्दनपुर में नदी तटीय क्षेत्र में अभी भी पानी भरा हुआ है। मेहरबान सिंह का पुरवा और मर्दनपुर में नदी के किनारे जो नई बस्ती बसी है, वहां के हालात अभी कुछ कम बेहतर हैं। कुछ क्षेत्रों में तो सीमेंटेड सड़कें बन गई हैं, लेकिन एक बड़ा क्षेत्र ऐसा है जो अभी अविकसित है। इन क्षेत्रों में सड़कें पक्की न होने की वजह से पानी के बहाव में कट गई हैं, कई सड़कों में अभी पानी भरा हुआ है।
प्लाटों में भरा पानी नींव कर रहा कमजोर
पांडु नदी के किनारे अवैध तरीके से सैंकड़ों मकान बनकर खड़े हो गए हैं और इतनी संख्या में ही अधबने या केवल नींव भरे प्लाट पड़े हैं। नदी का पानी नीचे उतरने के बाद भी प्लाटों में पानी भरा हुआ है। इससे पानी बने हुए मकानों की नींव में भर रहा है। इस समस्या से लोग बेहद परेशान हैं। 8