विदेशी भाषाएं पढ़ेंगे यूपी बोर्ड के विद्यार्थी
जागरण संवाददाता, कानपुर: ¨हदी व अंग्रेजी भाषा के ज्ञान तक सीमित रहने वाले यूपी बोर्ड के छात्र-छात्रा
जागरण संवाददाता, कानपुर: ¨हदी व अंग्रेजी भाषा के ज्ञान तक सीमित रहने वाले यूपी बोर्ड के छात्र-छात्राओं के 'स्किल डेवलपमेंट' को शासन ने और बेहतर करने की तैयारी कर ली है। सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में उनकी पढ़ाई भले हो, पर वह अपनी मेधा से विदेशों तक पहचान बना सकें। इसके लिए बोर्ड ने उन्हें 'विदेशी भाषाओं' की पढ़ाई कराने का फैसला किया है। अभी तक माध्यमिक शिक्षा परिषद के पाठ्यक्रम में उड़िया, गुजराती, मराठी, कन्नड़ आदि अन्य तमाम भाषाओं की पढ़ाई कराई जाती है पर अब उन्हें जर्मन, फ्रेंच, जापानी तथा स्पेनिश भाषाओं की जानकारी दी जाएगी।
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शिक्षकों का डाटाबेस तैयार कराएं डीआइओएस: राज्य परियोजना निदेशक संजय अग्रवाल ने जो निर्देश जारी किए, उनके मुताबिक डीआइओएस को इन भाषाओं के लिए शिक्षकों का डाटा बेस तैयार कराना होगा। ये सभी शिक्षक विद्यालय अवधि के बाद छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे।
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अभिभावकों ने लगाई थी गुहार: ¨हदी व अंग्रेजी के अलावा पब्लिक स्कूलों की तरह यूपी बोर्ड के विद्यालयों में इन भाषाओं को पढ़ाने के लिए तमाम अभिभावकों ने शासन से गुहार लगाई थी। इस बात का जिक्र शासन से जारी हुए आदेश में किया गया।
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आइआइटी कानपुर से साधेंगे संपर्क:
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान को जारी हुए पत्र के बाद सहायक लेखाधिकारी नमिता सिंह ने कहा कि विभागीय अफसर आइआइटी कानपुर से विदेशी भाषाओं को पढ़ाने के इच्छुक प्रोफेसरों से संपर्क साधेंगे। प्रोफेसर व जो शिक्षक पढ़ाना चाहते हैं, वह भी डीआइओएस कार्यालय में अपना आवेदन दे सकते हैं।