बिहार से घाटमपुर मदरसा जा रहे थे 14 नाबालिग बच्चे, RPF ने कानपुर सेंट्रल से उतारा; बाल कल्याण समिति को सौंपा
बिहार के पूर्णिया से सीमांचल एक्सप्रेस से आए 14 नाबालिग बच्चों को आरपीएफ ने जांच अभियान के दौरान ट्रेन से उतारा। पूछताछ में बच्चों ने घाटमपुर स्थित मदरसा इस्लामिया में पढ़ाई के लिए जाने की जानकारी दी। उनके साथ कोई संरक्षक नहीं था। उनके पास मदरसे से संबंधित कोई प्रमाण भी नहीं था। आरपीएफ ने बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर। बिहार के पूर्णिया से सीमांचल एक्सप्रेस से आए 14 नाबालिग बच्चों को आरपीएफ ने जांच अभियान के दौरान ट्रेन से उतारा। पूछताछ में बच्चों ने घाटमपुर स्थित मदरसा इस्लामिया में पढ़ाई के लिए जाने की जानकारी दी। उनके साथ कोई संरक्षक नहीं था। उनके पास मदरसे से संबंधित कोई प्रमाण भी नहीं था। आरपीएफ ने बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है।
गुरुवार को उनको बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया जाएगा। घाटमपुर स्थित मदरसा प्रबंध को भी सूचित कर दिया गया है। आरपीएफ एसआइ अमित द्विवेदी के नेतृत्व में बुधवार को ट्रेनों की जांच का अभियान चलाया गया था। इस बीच प्लेटफार्म नंबर एक पर सीमांचल एक्सप्रेस रुकी तो निरीक्षण के दौरान उसमें कुर्ता-पजामा पहने तथा टोपी लगाए नाबालिग बच्चे दिखे। उनके साथ कोई संरक्षक और अभिभावक भी नहीं था। प्लेटफार्म पर उतार कर गिनती की गई तो 14 बच्चे निकले।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे बिहार के पूर्णिया के रहने वाले हैं। घाटमपुर स्थित मदरसा इस्लामिया में पढ़ाई के लिए जा रहे थे। आरपीएफ थाना प्रभारी बीपी सिंह ने बताया कि सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है। गुरुवार को चाइल्ड लाइन उनको बाल कल्याण समिति के सिपुर्द करेगी।
आरपीएफ ने दो नाबालिगों को सेंट्रल पर पकड़ा
आरपीएफ ने एक किशोर व एक किशोरी को सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पकड़ा। दोनों नाबालिगों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है। किशोर पीलीभीत का तथा किशोरी कन्नौज की है। दोनों ने घर से नाराज होकर भागने की बात कही है।