फिटनेस टेस्ट में उप्र सीनियर टीम के 14 खिलाड़ी फेल, रणजी ट्राफी के नाकआउट से पहले यूपीसीए की बढ़ी चिंता
रणजी के नाकआउट मैच से पहले कमला क्लब में सीनियर टीम का कैंप शुरू हुआ है। सात दिवसीय ट्रेनिंग कैंप के पहले दिन उप्र के 32 खिलाडियों का यो-यो टेस्ट हुआ जिसमें 14 खिलाड़ी फेल हो गए हैं। जिससे यूपीसीए की चिंता बढ़ गई है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की रणजी ट्राफी के नाकआउट मैच छह जून से होने हैं। उसकी तैयारी को परखने के लिए उप्र क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) की ओर से हुए फिटनेस टेस्ट (यो-यो टेस्ट) में कई खिलाड़ियों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया। कैंप में शामिल 32 खिलाड़ियों में 14 फेल हो गए। नाकआउट मैचों से पहले खिलाड़ियों के फिटनेस में फेल होने से यूपीसीए की चिंता बढ़ गई है।
शुक्रवार से कमला क्लब में सात दिवसीय ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत की गई। इसमें पहले दिन बड़ी संख्या में खिलाड़ी फिटनेस में फेल हो गए। इसमें उप्र की टीम के प्रमुख खिलाड़ी भी शामिल हैं। हालांकि यूपीसीए ने खिलाड़ियों का नाम नहीं बताया। इस बार उप्र की टीम रणजी के नाकआउट दौर में है, इसलिए बेहतर टीम उतारने के लिए कमला क्लब में कैंप लगाया गया है। कोरोना संक्रमण के चलते बीसीसीआइ ने रणजी को इस सत्र में दो भागों में कराने की योजना बनाई थी, जिसका पहला भाग हो चुका है। दूसरा भाग आइपीएल के बाद होना है।
उप्र टीम के मुख्य कोच विजय दहिया दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़े हैं, ऐसे में कैंप मूसी रजा और उबैद कमाल ने कैंप लगाया है। टीम के ट्रेनर राशिद ने खिलाड़ियों की फिटनेस को परखने के लिए यो-यो टेस्ट कराया। इसमें कई खिलाड़ियों के फेल हो जाने से उनकी घर वापसी की बात भी सामने आ रही है। इस संबंध में यूपीसीए के संयुक्त सचिव मो. फहीम ने बताया कि कैंप में खिलाड़ियों की फिटनेस को परखा जाता है। अगर कुछ खिलाड़ी साबित नहीं कर पाए तो उन्हें बेहतर करने का मौका फिर से दिया जाता है।