मैनपुरी व कन्नौज कालेज के छात्रावास हो सकते हैं अलग-अलग
कानपुर, जागरण संवाददाता : पांच साल तक डा. भीमराव अंबेडकर इंजीनियरिंग कालेज ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी
कानपुर, जागरण संवाददाता : पांच साल तक डा. भीमराव अंबेडकर इंजीनियरिंग कालेज ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी बिजनौर के छात्रों की कक्षाएं एचबीटीआई में लगने के बाद इस साल से मैनपुरी व कन्नौज कालेज की कक्षाएं लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। इन दोनों घटक कालेज के छात्र इसी कैंपस में रहकर पढ़ाई करेंगे। छात्रावास में इन छात्रों के दबाव को कम करने के लिए एचबीटीआई प्रशासन उनकी व्यवस्था अलग करने की योजना बना रहा है। जिससे उन्हें एक नया व अलग माहौल दिया जा सके।
सत्र 2015-16 से यूपीटीयू के मैनपुरी व कन्नौज में खोले गए घटक इंजीनिय¨रग कालेजों की शुरुआत एचबीटीआई परिसर में होगी। दोनों कालेजों की शुरुआत एक-एक ब्रांच के साथ होगी। यूपीटीयू की काउंसलिंग के जरिए छात्रों को इन दोनों कालेजों में शुरू होने वाली एक-एक ब्रांच की 60-60 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। मैनपुरी कॉलेज का निर्माण कार्य एचबीटीआई के सिविल विभाग के डॉ. प्रदीप कुमार व कन्नौज कॉलेज का डॉ. दीपेश सिंह देख रहे हैं। वर्तमान समय में यूपीटीयू से आईईटी लखनऊ, डॉ. अंबेडकर इंजीनिय¨रग कॉलेज बिजनौर व बादा, काशीराम इंजीनिय¨रग कॉलेज अंबेडकर नगर व आजमगढ़ पांच घटक कॉलेज जुड़े हुए हैं। इस साल से इन दो घटक इंजीनिय¨रग कालेजों के जुड़ने से इनकी संख्या बढ़कर सात हो जाएगी।
एचबीटीआई में हैं सात छात्रावास : एचबीटीआई के निदेशक प्रो. एके नागपाल ने बताया कि यहां पर छात्रों के लिए सात छात्रावास हैं जबकि चार छात्रावास में छात्राएं रहती हैं। पिछले वर्ष तक इन छात्रावास में डा. भीमराव अंबेडकर इंजीनिय¨रग कालेज बिजनौर के 240 छात्र छात्राएं रह रहे थे। इस बार इनकी संख्या कम होने से छात्रावास में जगह की कमी नहीं रहेगी। हां उन्हें बेहतर सुविधा देने के लिए उनके छात्रावास को अलग-अलग किया जा सकता है। लेकिन यह निर्णय सत्र शुरू होने से पहले आयोजित की जाने वाली बैठक के बाद ही लिया जाएगा।