बाइक सवार बदमाशों ने मिर्च पाउडर डालकर केस्को कैशियर से 12.50 लाख नकद लूटे
गार्ड की बंदूक भी लूटी, मंडी समिति सबस्टेशन से कैश लेकर हंसपुरम मुख्य सबस्टेशन जा रहे थे
जागरण संवाददाता, कानपुर : नौबस्ता हंसपुरम में बाइक सवार तीन बदमाशों ने आंखों पर मिर्च पाउडर डालकर केस्को के कैशियर से 12.50 लाख रुपये नकद और गार्ड से बंदूक लूट ली। दोनों शोर मचाते हुए लुटेरों के पीछे दौड़े, लेकिन वे भाग निकले। वारदात के बाद एसएसपी ने एसपी क्राइम के साथ पहुंचकर पड़ताल की। एडीजी व आइजी ने भी पीड़ितों से पूछताछ की। जांच में यह भी सामने आया कि इतनी बड़ी रकम लेकर निकले कैशियर ने कैश वैन नहीं बुलवाई थी।
मंडी समिति सब स्टेशन के कैशियर गांधीग्राम निवासी राज नारायण और गार्ड खाड़ेपुर योगेंद्र विहार निवासी पूरनलाल बिलों के भुगतान से आई रकम का मिलान कर उसे नौबस्ता हंसपुरम स्थित मुख्य सब स्टेशन पर जमा करने जा रहे थे। दोनों स्कूटी से जैसे ही हंसपुरम में मधुर मिलन गेस्ट हाउस के पास पहुंचे, आगे घात लगाए खड़े बाइक सवार बदमाशों ने सामने से आकर मिर्च पाउडर डाल दिया। इससे राजनारायण संतुलन खो बैठे। स्कूटी रोकते ही बदमाशों ने उनसे लूटपाट शुरू कर दी। स्कूटी के फुटरेस्ट पर टंगा 12.50 लाख रुपये से भरा बैग छीना। जब गार्ड ने विरोध किया तो हाथापाई करते हुए उसकी दोनाली बंदूक भी लूट ली। इसके बाद तीनों बदमाश बाइक से अर्नव अस्पताल की ओर फरार हो गए। सूचना पर नौबस्ता, बर्रा समेत कई थानों की फोर्स के साथ एसपी साउथ पहुंचीं। एसएसपी अखिलेश कुमार और एसपी क्राइम राजेश यादव ने भी आकर पीडि़तों से पूछताछ की। इसके बाद एडीजी अविनाश चंद्र व आलोक सिंह पहुंचे। कैशियर ने बताया कि माह की अंतिम तारीख होने के कारण देर शाम तक बिल जमा करने लोग आते रहे। पूरी रकम का मिलान करने के बाद रात करीब 10 बजे कैश को मुख्य दफ्तर पर जमा करने जा रहे थे। तभी घटना हुई।
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कैश वैन न बुलाने से उठे सवाल
मंडी समिति बिजलीघर पर अमूमन रात तक कैश जमा होता है। हर माह की आखिरी तारीख को कैश भी ज्यादा होता है। इसलिए उसे जमा कराने के लिए कैश वैन बुलवाई जाती है लेकिन मंगलवार रात कैशियर ने कैश वैन नहीं बुलवाई। अधिकारियों को भी अवगत नहीं कराया।
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कैशियर के आने की पहले से थी सूचना
बदमाशों को लाखों रुपये कैश के साथ कैशियर के आने की सूचना पहले से थी। तभी वे रास्ते में घात लगाए थे। इससे माना जा रहा है कि बिजलीघर और उसकी व्यवस्था से जानकार या उसके आसपास के किसी व्यक्ति ने रेकी की थी। जिस स्थान पर वारदात हुई, वहां काफी अंधेरा था। इससे जाहिर है कि बदमाशों को कैशियर के आने का रूट भी अच्छी तरह से मालूम था। उन्होंने पहले से लूट का स्थान चिह्नित कर लिया था।