मातम में बदली शादी की खुशियं, मची चीख-पुकार
संवाद सूत्र, मानीमऊ (कन्नौज): गुरुवार सुबह गाम पंचायत आकिलपुर के मजरा सढुआपुर में जहां दो
संवाद सूत्र, मानीमऊ (कन्नौज): गुरुवार सुबह गाम पंचायत आकिलपुर के मजरा सढुआपुर में जहां दो बरात एक साथ बनारस के लिए बस से रवाना हुई थी। उन्हें रवाना करने से पहले महिलाओं ने मांगलिक गीत गाए थे। वहीं दोपहर बाद हादसे की खबर आते ही मातम छा गया। हादसे में एक दूल्हे के पिता की मौत से शादी वाले घर में चीख पुकार मच गई।
आकिलपुर-सढुआपुर निवासी राम सनेही के पुत्र कन्हैया लाल की शादी बनारस स्थित राजा तालाब स्थित रखौना गांव में गोपाल की पुत्री गुंजा से तय हुई थी। वहीं, राम सनेही के साले लालाराम दोहरे ने पुत्र सुनील की गुंजा की सगी बहन सुमन से तय की। लंबा सफर होने की वजह से सुबह 10:30 बजे बरात बस द्वारा बनारस के लिए रवाना हुई। महिलाओं ने मांगलिक गीत व नृत्य कर सभी बरातियों को विदा किया। दोपहर एक बजे करीब फतेहपुर में बस हादसे का शिकार हो गई। इसमें सुनील के पिता लालाराम की मौत हो गई जबकि अन्य सवारियां गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे की जानकारी मिलते ही शादी वाले घर में चीख-पुकार मच गई। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, ग्रामीण भी अपने के सही सलामत होने की जानकारी फोन द्वारा करते रहे। हादसे से पूरे गांव में सन्नाटा छा गया और शादी की खुशियां मातम में बदल गई। चालक बात मानता तो बच जाती जान
एक महिला ने रोते हुए बताया कि बरात जिस समय चलने को हुई तो किसी को छींक आ गई। इस पर महिलाओं ने बस चालक को पानी पीकर कुछ देर बाद चलने को कहा। बस चालक ने देर होने का हवाला देकर बस बढ़ा दी। महिला ने कहा अगर बस चालक कुछ देर रुक जाता तो शायद लालाराम की जान बच जाती।