उपकेंद्रों से ऑनलाइन बिजली चोरी पर नजर
जागरण संवाददाता, कन्नौज: बिजली चोरी रोकने के लिए विद्युत विभाग ने हाईटेक प्लान तैयार किया है
जागरण संवाददाता, कन्नौज: बिजली चोरी रोकने के लिए विद्युत विभाग ने हाईटेक प्लान तैयार किया है। इससे न केवल कनेक्शन धारक के यहां बिजली की खपत की ऑनलाइन निगरानी की जा सकेगी, बल्कि किसी प्रकार से हो रही चोरी पर नजर रखी जाएगी। पहले चरण में कामर्शियल कनेक्शनों पर लागू किया जा रहा है। 50 किलोवाट से ऊपर के कनेक्शनधारकों के यहां सिस्टम लगाया जा रहा है।
इसमें कनेक्शन धारक के मीटर में आटोमैटिक मीटर री¨डग डिवाइस (एएमआर) लगाई जा रही है। इसकी निगरानी के लिए उपकेंद्रों पर डीएलएमएस (डिवाइस लैंग्वेज मैसे¨जग सिस्टम) लगाया जाएगा। ये दोनों सिस्टम ऑनलाइन जुड़े होंगे। सबसे पहले इसे कोल्ड स्टोरेज पर शुरू किया जा रहा है, क्योंकि यहां बिजली चोरी की ज्यादा शिकायत होती है। अभी सात कोल्ड स्टोरेज पर यह डिवाइस लगाई जा चुकी है।
एसडीओ गौरव कुमार ने बताया कि सभी 33 केवी उपकेंद्रों पर बने 11 केवी फीडरों पर वीसीबी (वैक्यूम सर्किट ब्रेकर) में डीएलएमएस लगाई जा चुकी है। कोल्ड स्टोरेज में एएमआर डिवाइस लगाई जा रही है। ऑनलाइन प्रणाली से जुड़ने के कारण अब यह पता चलता रहता है कि किस शीतगृह में कितनी बिजली की खपत हो रही है। इसके साथ यह भी पता चलता रहा है किस समय मीटर बंद है। साथ ही उनका बिल भी देखा जा सकता है। इससे यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि कहीं कनेक्शन धारक ने मीटर को दरकिनार करके बिजली तो नहीं उपयोग कर रहा है। इस तकनीक के माध्यम से उनका बिल स्वत: बन जाता है और वह उसे काउंटर पर या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से जमा कर सकते हैं।
सभी शीतगृहों में लगेगी डिवाइस
विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता शादाब अहमद ने बताया कि जिले के सभी 117 शीतगृहों में यह सिस्टम लगाने की योजना है। इसके अलावा अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में भी इसे लगाकर बिजली चोरी पर अंकुश लगाया जाएगा। इससे विभाग को भी आसानी होगी और उपभोक्ता को भी सहूलियत मिलेगी।
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यह एक अच्छा सिस्टम है। इससे यहां होने वाली बिजली चोरी पर रोक लगाई जा सकेगी। इससे कामर्शियल बिजली चोरी को रोकने में मदद मिलेगी।
जीपी यादव, अधीक्षण अभियंता