ट्यूबवेलों को दस तो गांव को मिलेगी 18 घंटे बिजली
जागरण संवाददाता कन्नौज जिले में पानी और बिजली की बर्बादी को रोकने के लिए फीडरों का वाइ
जागरण संवाददाता, कन्नौज: जिले में पानी और बिजली की बर्बादी को रोकने के लिए फीडरों का वाइपरकेशन (विभाजन) किया जा रहा है। अब निजी नलकूपों के लिए अलग लाइन होगी, जिस पर केवल दस घंटे आपूर्ति दी जाएगी। वहीं, घरेलू कनेक्शनों की अलग लाइन होगी, जिसमें प्रतिदिन 18 घंटे आपूर्ति दी जाएगी। जिले में पहला वाइपरकेशन फीडर खैरनगर बनकर तैयार हो गया है, जिसे 30 मार्च को चालू किया जाएगा।
शासन ने एकीकृत ऊर्जा सुधार कार्यक्रम के तहत जिले में निजी और राजकीय नलकूपों के लिए अलग-अलग लाइनें बनवाने का फरमान सुनाया है। फरवरी माह में प्रयागराज कुंभ मेले में हुई कैबिनेट की बैठक में प्रदेश सरकार ने यह प्रस्ताव पास किया था। जिले में इसके लिए उसी समय काम शुरू कर दिया गया था। सबसे पहले तिर्वा सब-डिवीजन में खैरनगर इलाके में फीडर वाइपरकेशन का काम शुरू किया गया। इसके बाद छिबरामऊ डिवीजन के अंतर्गत बहबलपुर सब-स्टेशन के कसावा में भी फीडर वाइपरकेशन के तहत अलग-अलग लाइन डाली गई। छिबरामऊ डिवीजन के अधिशासी अभियंता रवींद्र कुमार के मुताबिक घरेलू और कामर्शियल लाइन एक होने के कारण बिजली की बर्बादी अधिक होती है। वहीं, किसान ट्यूबवेल को चालू कर घर चले आते हैं, जिससे पानी की बर्बादी भी अधिक होती है। ऐसी स्थिति को देखते हुए शासन ने फीडर वाइपरकेशन का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि अभी काम चल रहा है। कन्नौज के अधिशासी अभियंता शादाब अहमद ने बताया कि खैरनगर फीडर 30 मार्च को चालू कर दिया जाएगा। घरेलू और नलकूपों के फीडर विभाजन के लिए शासन ने जिले के लिए करोड़ों का बजट दिया है। सभी कार्यदायी संस्थाओं को जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। नलकूपों को 10 घंटे तो गांव को 18 घंटे आपूर्ति दी जाएगी।
- जीपी यादव, अधीक्षण अभियंता