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जमीन के लालच में बबलू का वंश मिटाने की कोशिश

जागरण संवाददाता, कन्नौज : सदर कोतवाली क्षेत्र के सदिकापुर निवासी सुखदेव उर्फ बबलू का मुख्य व्यव

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Mar 2018 08:30 PM (IST)Updated: Mon, 05 Mar 2018 08:30 PM (IST)
जमीन के लालच में बबलू का वंश मिटाने की कोशिश
जमीन के लालच में बबलू का वंश मिटाने की कोशिश

जागरण संवाददाता, कन्नौज : सदर कोतवाली क्षेत्र के सदिकापुर निवासी सुखदेव उर्फ बबलू का मुख्य व्यवसाय खेती है। उसके पास करीब 20 बीघा जमीन के साथ गांव में दो मकान व एक शहर में घर है। बबलू ट्रैक्टर व खेती कर परिवार का भरण-पोषण करता है। ऐसे में जमीन के लालच में कोई उसके वंश का खात्मा करने की कोशिश में जुटा है। यह जानकारी सोमवार को घटना के बाद परिजनों ने दी।

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बताया कि बबलू के चार पुत्र थे। इसमें हर्ष (14), नितीश (11), देव (10) व मिलन (साढ़े पांच साल) था। पारिवारिक झगड़ों के कारण बबलू परिवार समेत कन्नौज में रहने लगा। करीब चार साल पहले नितीश की संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाने से मौत हो गई। इस दर्द से परिवार अभी तक उबर नहीं पाया था कि सबसे छोटे पुत्र मिलन की अपहरण करने के बाद गला घोंट कर हत्या कर दी गई। पिता बबलू व मां सीमा कटियार पुत्र की याद में बार-बार बेहोश हुए। उनके गम से हर शख्स के आंखों में आंसू आ गए। परिजनों ने बताया कि इसी डर के कारण बबलू ने अपने पुत्र हर्ष व देव को मैनपुरी स्थित रिश्तेदारी में पढ़ने भेजा है।

त्योहार पर एक दिन पहले गांव आया था परिवार

सुखदेव उर्फ बबलू गांव में आए दिन होने वाले झगड़े के कारण सदर कोतवाली के पास बने मकान में रहने लगा। परिवार होली मनाने के लिए एक मार्च को गांव पहुंचा था। दो मार्च की शाम मिलन घर के बाहर खेलते समय लापता हो गया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। शव सोमवार को मिला। ग्रामीणों में चर्चा कि शायद उसकी मौत यहां पर खींच लाई।

एलकेजी का छात्र था मिलन

मृतक मिलन परिवार में सबसे छोटा होने की वजह से शहर में माता-पिता के साथ रहता था। यहां वह कानून गोयान स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में एलकेजी का छात्र था। बताया जाता है कि मिलन पढ़ने में बहुत तेज था। इसकी वजह से शिक्षक उसकी बहुत प्रशंसा करते थे।

बोरी में लिखे 'एस' पर उलझी पुलिस

मृतक मिलन का शव प्लास्टिक की पीली में बोरी में बंद मिला। पुलिस ने शव को खोलते समय जब ध्यान से देखा तो उस पर एस लिखा था। पुलिस व ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी चर्चा रही। बताया जा रहा है कि गेहूं, धान, मक्का को चक्की पर पिसाने ले जाने पर दुकानदार निशानी के दौरान पर उसमें पहले अक्षर या पूरा नाम लिख देते हैं। पुलिस ने इस बोरी को कब्जे में ले लिया है। पुलिस एस के नाम पर उलझ गई है। पुलिस इसकी तह तक जाने की कोशिश में जुटी है। पुलिस ने आसपास के घरों की भी पड़ताल की।

घरों पर पड़ताल में मिली बंदूक

मासूम का शव मिलने के बाद प्रभारी निरीक्षक एके ¨सह ने अधीनस्थ अफसरों व पुलिस कर्मियों के साथ कुछ देर मंत्रणा की। इसके बाद गांव में घूम-घूम आसपास घरों को गहनता से खंगाला। इससे ग्रामीणों में खलबली मच गई। पुलिस ने घर में परिवार के सभी सदस्यों के नाम, क्या करते हैं, कहां हैं, घटना वाले दिन कहां थे समेत कई सवाल दागे। इससे लोग सहमे रहे। घटनास्थल से सटे एक घर से बंदूक, प्लास्टिक की बोरी समेत अन्य सामान बरामद हुआ। यह घर एक अधिवक्ता ने किराये पर श्रवण कुमार उर्फ गुड्डू को दे रखा है। पुलिस उसको हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

शव को ठिकाने पर नहीं लगा पाए, करीबी पर शक

मृतक मिलन का अपहरण करने के बाद आरोपियों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। गांव में हर जुबां पर चर्चा है कि वह जल्दबाजी में शव ठिकाने नहीं लगा सके। इसलिए वहीं प्लाट पर फेंक कर भाग निकले। इसमें किसी करीबी का हाथ होने की आशंका है।


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