नगर में नहीं हुई बंदी, खुला रहा बाजार
- कृषि कानून बिल के विरोध में भारत बंद का किसान संगठनों ने किया था आह्वान - रोज की तर
- कृषि कानून बिल के विरोध में भारत बंद का किसान संगठनों ने किया था आह्वान
- रोज की तरह खुलीं दुकानें, बिक्री व खरीदारी से लेकर हुए कृषि कार्य
जागरण संवाददाता, कन्नौज : कृषि कानून के विरोध में आह्वान किए गए भारत बंद का असर नगर में नहीं दिखाई दिया। रोज की तरह बाजार व दुकानें खुलीं और चहल-पहल रही। व्यापारी से लेकर किसान तक अपने कामों में व्यस्त रहे। हालात रोजाना की तरह सामान्य रहे।
केंद्र सरकार के कृषि कानून बिल का किसान संगठन मिलकर विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में कई किसान संगठनों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया था। नगर की बात करें तो बंदी बेअसर रही। सुबह से किसान खेतों पर और व्यापारी रोजाना की तरह दुकानों दिखे। रोज की तरह सभी दुकानें खुलीं और बिक्री व खरीदारी होती रही। सड़कों पर वाहनों का आना जाना लगा रहा। बाजारों में भी चहल-पहल रही। हालात सामान्य रहे। वहीं, किसान रविवार को बारिश से हुई फसल बर्बाद को बचाने व रबी फसलों की बोआई की तैयारी करते रहे।
भाकियू ने की नारेबाजी, समाधान की मांग
भारतीय किसान यूनियन अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा। परिसर में नारेबाजी की। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट हरिराम यादव को दिया। जिलाध्यक्ष हरवंश सिंह ने पदाधिकारियों के साथ किसानों की मांग रखी। बताया कि केंद्र सरकार कृषि कानून बिल वापस ले, बिजली निजी सेक्टर से हटाए, किसानों की उपज के सही दाम मिलें, चकबंदी निरस्त की जाए, ट्रेनों का किराया कम करने के साथ डीजल व पेट्रोल के दाम घटाए जाएं। इस दौरान उदयभान, राममूर्ति, कुसमादेवी, मधू, नन्हें लाल, मुन्नीदेवी, रामशरन समेत कई महिला व पुरुष किसान रहे।