गांव-गांव मजबूती को जन आक्रोश का दांव
जागरण संवाददाता, कन्नौज : अर्से से सूबे में निचले पायदान पर चल रही कांग्रेस ने भविष्य के लिए नया
जागरण संवाददाता, कन्नौज : अर्से से सूबे में निचले पायदान पर चल रही कांग्रेस ने भविष्य के लिए नया दांव खेला है। 29 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित होने वाली जन आक्रोश रैली के बहाने गांव-गांव मजबूती लाने की तैयारी है। इसके लिए जिला स्तर से बूथ तक के पदाधिकारियों को जिम्मा सौंपा गया है। पार्टी के यह दूत केंद्र व प्रदेश की मौजूदा सरकारों के खिलाफ माहौल बनाने का काम करेंगे। जनता को कांग्रेस की उपलब्धियां गिनाने के साथ वर्तमान सरकारों की खामियों से रूबरू कराएंगे।
सुगंध नगरी कन्नौज से कांग्रेस का पुराना नाता है। यहां से गहरा लगाव रखने वाली दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कारण डेढ़ दशक पहले तक लोकसभा चुनाव के दौरान खूब चर्चाएं रहीं। शीला दीक्षित सांसद चुने के बाद जिले के काफी कुछ करने में मशगूल भी दिखीं। विनोद दीक्षित अस्पताल इसकी बानगी है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की तरफ उस समय का यह बढ़ा कदम रहा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्वर्गीय पंडित राम सेवक मिश्रा से लेकर कई पुरोधा कांग्रेस को जिंदा करने में लगे रहे। कांग्रेस पदाधिकारी बताते हैं कि उनके बाद से पार्टी धीरे-धीरे खत्म होने लगी। वर्ष 2004 के बाद से यहां पर कांग्रेस ने लोकसभा में अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा। हर बार गठबंधन धर्म व अलग-अलग भूमिकाओं की वजह से ऐसे हालात बने। वर्तमान में यहां पार्टी जिलाध्यक्ष समेत कांग्रेसी पार्टी का झंडा उठाकर मैदान में मजबूती के लिए कोशिश कर रहे हैं। जनता को संदेश देना मकसद
जिला कांग्रेस कमेटी प्रत्येक गांव से कम से कम एक व्यक्ति को दिल्ली की रैली में ले जाने की तैयारी है। इससे भविष्य में कांग्रेस के कदमों की जानकारी वह लेकर अपने आसपास बताएं। जन आक्रोश रैली के माध्यम से देश की जनता को संदेश देने के मकसद में किसी तरह से पीछे नहीं रहने की सोच है। जिलाध्यक्ष विजय मिश्र कहते हैं कि गांव-गांव व प्रत्येक बूथ तक जन आक्रोश रैली को लेकर माहौल तैयार करने में जुटे हैं। इसका असर रैली वाले दिन दिखाई पड़ेगा।