जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब होगी उच्चीकृत
जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब को उच्चीकृत कर इसे विकसित किया जाएगा। यहां जांच के लिए आधुनिक मशीनों को स्थापित किया जाएगा जिससे कि मरीजों को दूसरे शहरों के लिए नहीं भागना पड़े। सीएमएस ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महानिदेशक
जागरण संवाददाता, कन्नौज: जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब को उच्चीकृत कर इसे विकसित किया जाएगा। यहां जांच के लिए आधुनिक मशीनों को स्थापित किया जाएगा। जिससे कि मरीजों को दूसरे शहरों के लिए नहीं भागना पड़े। सीएमएस ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महानिदेशक को पत्र भेजा है। इस लैब को विकसित करने के लिए लखनऊ से एक कार्यदायी संस्था को भी नामित किया गया है।
जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब को पिछले साल आइएसओ प्रमाणपत्र मिला था। अब इसे विकसित और उच्चीकृत करने की विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। हालांकि इस लैब में लिवर व किडनी फंक्शन समेत कई जांचें हो रहीं हैं। फिर भी अभी कई जांचों का अभाव है, जिनकी रोजाना आवश्यकता पड़ती है। पैथोलॉजी प्रभारी डॉ. आरडी यादव ने बताया डायबिटीज का यहां रैपिड टेस्ट किया जा रहा है। इसकी जांच के लिए एचसीवी-1सी मशीन की आवश्यकता है। यह एक माह पहले भी रक्त में शुगर की मात्रा को बता देती है। इसी तरह थायराइड के मरीज बहुतायत की संख्या में आते हैं तो सोडियम व पोटेशियम की जांच के लिए सीरम इलेक्ट्रोलाइट की भी आवश्यकता है। इसमें सबसे विशेष एलाइजर रीडर है, जिसके माध्यम से डेंगू, चिकुनगुनिया, एचआइवी समेत कई जांचों को आसानी से किया जा सकता है। इन जांचों के लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इसके बाद भी अभी तक मशीनों की स्थापना नहीं हो सकी है।
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पुराने पीएनसी वार्ड में शिफ्ट होगी लैब
जिला अस्पताल में बनी पैथोलॉजी लैब के लिए जगह कम है। ऐसे में नई मशीनों के लगाने में दिक्कत होगी। इस वजह से पैथोलॉजी को पुराने महिला पीएनसी वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। वहां पर्याप्त जगह है और मरीजों को पहुंचने में आसानी होगी। अभी दूसरी मंजिल पर लैब बनी है, जहां सैंपल देने के लिए मरीजों को सीढि़यां चढ़ने में दिक्कत होती है।
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पैथोलॉजी लैब को उच्चीकृत करने के लिए एनएचएम के महानिदेशक को पत्र भेजा गया है। लखनऊ की कार्यदायी संस्था पीओ सिटी लैब में आधुनिक जांच मशीनों को स्थापित करेगी। इसके लिए कंपनी के अधिकारियों से बात हो गई है। जल्द ही लैब को उच्चीकृत करने का काम शुरू हो जाएगा।
-डॉ. शक्ति बसु, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक