कॉफी टेबल बुक में दिखेंगीं इत्र नगरी कन्नौज की धरोहर
जागरण संवाददाता, कन्नौज: इत्र और इतिहास की नगरी कन्नौज के ऐतिहासिक स्थलों पर अब शासन की न
जागरण संवाददाता, कन्नौज: इत्र और इतिहास की नगरी कन्नौज के ऐतिहासिक स्थलों पर अब शासन की नजर पड़ गई है। पुरातन संपदा बचाओ समिति की पहल पर जिले में पुरातत्व विभाग की टीम ने पिछले माह सर्वेक्षण किया था और रिपोर्ट शासन को भेजी थी। अब पर्यटन विभाग और एक प्राइवेट संस्था ने जिलाधिकारी से ऐसे स्मारकों की सूची मांगी है, जो संरक्षित किए जा सकें और उनकी कॉफी टेबल बुक बनाई जा सके।
जिले में कई ऐसी ऐतिहासिक धरोहरें हैं, जो उपेक्षा का दंश झेल रही हैं। संरक्षित न होने के कारण इनके भग्नावशेष शासन और प्रशासन समेत जिम्मेदार नागरिकों की उपेक्षा की दास्तां कह रहे हैं। कई ऐतिहासिक इमारतें और स्मारकों पर अतिक्रमण हो चुका है तो कई अवैध कब्जों की वजह से अपना अस्तित्व ही खो चुके हैं। ऐसे में पुरातन संपदा बचाओ समिति ने पहल की और शासन को पत्र भेजकर जिले की ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने की मांग की। शासन की तरफ से पिछले माह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम ने जिले के कई एतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया था। अब पर्यटन विभाग के साथ दिल्ली की एक प्राइवेट संस्था ने कॉफी टेबल बुक के लिए डीएम से ऐसे एतिहासिक स्थलों की सूची मांगी है, जिससे वह धरोहर के रूप में बुक में प्रकाशित कर सकें।
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जिले की पुरातन संपदा को बचाने का प्रयास लगातार जारी रहेगा। जिले में पर्यटन उद्योग की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन यह शासन-प्रशासन की उपेक्षा से ग्रसित है। इसके लिए सामाजिक सहभागिता भी आवश्यक है।
-विकास अवस्थी, संरक्षक-पुरातन संपदा बचाओ समिति। एक संस्था द्वारा कॉफी टेबल बुक के लिए जिले के ऐतिहासिक स्थलों की सूची मांगी गई है, जिसको लेकर काम चल रहा है। इसमें काफी खर्च आता है। बजट की मांग शासन से की जाएगी।
-रवींद्र कुमार, जिलाधिकारी।