आंखों से बहते आंसू, जुबां पर भविष्य का सवाल
जागरण संवाददाता, कन्नौज : आंखों से लगातार बहते आंसू, जुबां पर सवाल- इन बेटियों का क्या ह
जागरण संवाददाता, कन्नौज :
आंखों से लगातार बहते आंसू, जुबां पर सवाल- इन बेटियों का क्या होगा, अब कौन इन्हें देखेगा..इनकी परवरिश कैसे होगी। मेरा क्या होगा। आतंकी हमले में शहीद जवान प्रदीप की पत्नी नीरज देवी के करुण क्रंदन के साथ गूंजते यह शब्द सुन हर किसी की आंखों से आंसू छलछला उठे।
प्रदीप की शहादत की खबर पर उनके गांव में लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। पुलिस-प्रशासन के अफसर भी पहुंचे। तभी सामने पुलिसकर्मियों को देखकर पत्नी नीरज दौड़ पड़ीं। पकड़कर ¨झझोड़ते हुए कहा, उन्हें बस में क्यों बैठाया, वो (पति) उस बस में क्यों बैठे, जिसमें धमाका होना था। महिलाएं उन्हें पकड़कर अंदर ले गई। कुछ देर बाद वह फिर बाहर की ओर भागीं। रोते-रोते कई बार बेहोश हुईं। इधर उनकी बेटियों की आंखों से भी आंसू थम नहीं रहे थे। नाना और अन्य परिजन उन्हें ढांढ़स बंधाते-बंधाते खुद टूट जाते और फूट-फूट कर रोने लगते।