Move to Jagran APP

बीएड की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी करता मिला शिक्षक

संवाद सूत्र सौरिख बीएड की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी कर रहे शिक्षक का मामला सत्यापन क

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 08:20 PM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 08:20 PM (IST)
बीएड की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी करता मिला शिक्षक

संवाद सूत्र, सौरिख: बीएड की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी कर रहे शिक्षक का मामला सत्यापन के दौरान खुल गया। इस पर प्रबंधक व प्रधानाचार्य ने डीआईओएस को इसकी जानकारी दी। डीआईओएस ने शिक्षक का वेतन तत्काल रोकने के आदेश दिए।

loksabha election banner

थाना सौरिख के विश्वनाथ सिंह जनता इंटर कालेज खड़िनी में शासन के निर्देश पर तैनात शिक्षकों के प्रपत्रों की जांच प्रबंध समिति की ओर से कराई गई। एक सहायक अध्यापक वर्ष 1995 में बीएड उत्तीर्ण करने की मार्कशीट लगाकर नौकरी कर रहे थे। बीएड मार्कशीट के अनुसार डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से जिला कासगंज के गंजडुंडवारा कालेज की थी। विद्यालय के प्रबंधक सुरेंद्र सिंह तोमर ने इसका सत्यापन कराने को कई बार विश्वविद्यालय को पत्र भेजा। वहां से कोई आख्या नहीं भेजी गई। इस पर प्रबंधक ने कासगंज के गंजडुंडवारा कालेज के प्राचार्य को शिक्षक की मार्कशीट की प्रति भेजकर जानकारी मांगी। प्राचार्य ने 9 सितंबर 2020 को आख्या भेजी। इसमें बताया कि उपरोक्त सन में संबंधित शिक्षक के नाम का कोई भी विद्यार्थी पास नहीं हुआ था। इसी के आधार पर बीएड की मार्कशीट को फर्जी मानकर प्रबंधक ने मामले की शिकायत डीआईओएस कन्नौज से की। 22 सितंबर 2020 को जिला विद्यालय निरीक्षक ने उपरोक्त शिक्षक का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया। प्रबंधक सुरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि बीएड करने वाले महाविद्यालय से शिक्षक के संबंध में मार्कशीट का सत्यापन कराया गया था। इसमें मामला फर्जी निकला है। जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.