बुलेट ट्रेन रूट के लिए सर्वे, जानी किसानों की राय
कन्नौज कन्नौज से हाईस्पीड रेलने लाइन बनाने को सर्वे किया गया। इसमें ठठिया निवासी आदित्य चतुर्वेदी व संजय अग्निहोत्री ने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से कन्नौज में स्टेशन बनाए जाने की मांग की। टिकुरियनपुरवा के गिरीशचंद्र ने अधिक से अधिक मुआवजे की मांग की।
संवादसूत्र, ठठिया (कन्नौज): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट नई दिल्ली-वाराणसी हाईस्पीड बुलेट ट्रेन के रूट के लिए कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने सर्वे किया और भूमि अधिग्रहण से पहले क्षेत्रीय किसानों से फीडबैक लिया। अधिकारियों ने किसानों को बताया कि भू-अधिग्रहण कानून और सरकारी की पॉलिसी के अनुसार किसानों को सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजा दिलाया जाएगा।
शुक्रवार को नई दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना की कार्यदायी संस्था ईजीसी प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड के परियोजना प्रबंधक रोशन कुमार, प्रोजेक्ट इंजीनियर आरिफ फतह, साइट इंजीनियर वी.पल्लव व सोनिया जे. ने टीम के साथ क्षेत्र में बुलेट ट्रेन के रूट के लिए ट्रैक का सर्वे किया। इसके लिए राइट ऑफ (रास्ता) बनाने के लिए नापजोख की। इसके बाद टिकुरियनपुरवा गांव में जाकर किसानों की राय ली। उन्होंने किसानों व ग्रामीणों को बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट के बारे बताया। प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि ट्रैक के लिए भूमि का सीमांकन कर लिया गया है। अब जल्द ही भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। इसमें शहरी क्षेत्र में सर्किल रेट से दोगुना तो ग्रामीण क्षेत्र में सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजा दिलाया जाएगा। राम जन्मभूमि को जोड़ेगी हाईस्पीड बुलेट ट्रेन
कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली-वाराणसी हाईस्पीड बुलेट ट्रेन परियोजना की कुल लंबाई 865 किलोमीटर है। खास बात यह है कि यह रूट कई धार्मिक व ऐतिहासिक शहरों को जोड़ेगा, जिसमें आगरा, कन्नौज, लखनऊ, प्रयागराज, श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या और भगवान शिव की नगरी काशी शामिल है। बुलेट ट्रेन से नई दिल्ली और वाराणसी की यात्रा महज चार घंटे की होगी। किसानों ने की कन्नौज में स्टेशन बनाने की मांग
ठठिया निवासी आदित्य चतुर्वेदी व संजय अग्निहोत्री ने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से कन्नौज में स्टेशन बनाए जाने की मांग की। टिकुरियनपुरवा के गिरीशचंद्र ने अधिक से अधिक मुआवजे की मांग की। दशरथ यादव ने जिस घर से जमीन जा रही है उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की।