एसपी ने परिजनों से बंद मकान में की पूछताछ
संवाद सूत्र सौरिख कप्तान ने व्यापारी के परिजनों से मकान बंद कर अलग-अलग करीब एक घंटे तक
संवाद सूत्र, सौरिख : कप्तान ने व्यापारी के परिजनों से मकान बंद कर अलग-अलग करीब एक घंटे तक पूछताछ की। सभी के बयान दर्ज किए। पुलिस ने किसी को भी कमरे में घुसने नहीं दिया। कप्तान ने सबसे पहले कमरों सहित परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद व्यापारी विनोद कुमार से पूछताछ की। परिवार के अन्य सदस्यों से भी जानकारी की गई। एक घंटे तक बंद मकान में पड़ताल चलती रही। इस बीच किसी को भी न तो बाहर आने दिया गया और न ही किसी को अंदर जाने दिया गया। वहीं मामले की जानकारी करने को लोगों की भीड़ लगी रही। बगैर पूछे क्यों खोला गेट
व्यापारी विनोद कुमार के घर के बाहर लोहे का दरवाजा है। एसपी ने निरीक्षण के दौरान पाया कि दरवाजा बंद होने के बाद भी इतनी जगह बचती है कि अंदर से बाहर खड़े व्यक्ति को देखा जा सकता है। ऐसे में बदमाशों के कहने पर बिना पड़ताल दरवाजा खोला जाना एक सवाल बन गया है। पुलिस इसकी वजह तलाशने में जुटी है। तहरीर में नहीं खोला गया जेवर का विवरण
व्यापारी विनोद कुमार ने जो तहरीर दी है, इसमें लूट गए जेवरात का ब्योरा नहीं दिया गया है। लाखों के जेवरात चोरी बताए गए। ऐसे में चर्चा है कि पुलिस के कहने पर इसका विवरण नहीं खोला गया। वहीं जेवरात चोरी जाने से पुत्री रश्मिी की हालत बिगड़ गई है। वह इसको याद कर परेशान हो रही है और ससुराल में क्या बताएगी यह भी सवाल कर रही है। वहीं तहरीर में तीन अज्ञात बदमाशों का जिक्र है, जबकि सुबह करीब 6 बदमाशों के होने की बात कह रहे थे। बांगरमऊ से मंगवाया था प्लाई बोर्ड
विनोद कुमार ने दुकान के लिए बांगरमऊ से प्लाई बोर्ड खरीदें। शनिवार सुबह पांच बजे लोडर चालक घर पर पहुंचा तो चोरी की वारदात हो चुकी थी। विनोद के अनुसार इसका भुगतान करने के लिए दो दिन में पीएनबी व एसबीआई से दो-दो लाख एवं बैंक ऑफ इंडिया से एक लाख रुपये निकाले थे। करीब 60 हजार रुपये गोलक में रखा था।