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सुलह-समझौते के आधार पर 10,298 वादों का निस्तारण

जागरण संवाददाता, कन्नौज : जिला कचहरी समेत सभी न्यायालयों में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत क

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Apr 2018 08:00 PM (IST)Updated: Sun, 22 Apr 2018 08:00 PM (IST)
सुलह-समझौते के आधार पर 10,298 वादों का निस्तारण

जागरण संवाददाता, कन्नौज : जिला कचहरी समेत सभी न्यायालयों में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसमें अलग-अलग कुल 23,573 वाद रखे गए। न्यायिक अफसरों ने सुलह समझौते के आधार पर 10,298 वादों का मौके पर निस्तारण कर दिया।

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शनिवार को जिला जज बाबू लाल केसरवानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिला कचहरी के अलावा जिलाधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार समेत कई न्यायालयों में भी इसका आयोजन हुआ। सुबह दस बजे शुरू हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 23,573 वाद संदर्भित किए गए। इसमें राजस्व, पारिवारिक वाद, ऋण, दुर्घटना, चकबंदी समेत अन्य मामले रहे। सुलह-समझौते के आधार पर 10,298 वादों का निस्तारण कर दिया गया। जिला न्यायालय में कुल 3483 वाद आए। इसमें 1058 वादों का निस्तारण कर 47,15,000 रुपये की प्रतिकर धनराशि वसूली गई। 93,87,006 उत्तराधिकार प्रमाण पत्र समेत फौजदारी के मामले में 2,41,040 का अर्थदंड वसूला गया। वहीं, प्री-लिटिगेशन स्तर पर 18,708 वाद आए। इसमें 7857 वाद निस्तारित कर 1,11,14,203 रुपये देने के आदेश दिए गए। इसी तरह राजस्व परिषद के पोर्टल पर 1,405 वाद आए। इसमें 1,382 का निदान कर 800 रुपये का अर्थदंड वसूला गया। इस मौके पर स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष शशि मौलि तिवारी, एडीजे-प्रथम सतेन्द्र कुमार, विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट दिवाकर प्रसाद चतुर्वेदी, एफटीसी प्रथम अजय कुमार श्रीवास्तव, एडीजे द्वितीय हितेन्द्र हरि, एडीजे तृतीय संजीव कुमार तिवारी, सीजेएम राम विलास प्रसाद, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दिनेश कुमार गौतम समेत अन्य कई न्यायिक अधिकारी व वकील मौजूद रहे। वादों के निस्तारण के लिए दिन भर वादकारियों की भीड़ लगी रही। 39 दंपतियों ने फिर थामा एक-दूसरे का दामन

राष्ट्रीय लोक अदालत में परिवार न्यायालय में 94 मामलों को रखा गया। इसकी सुनवाई परिवार न्यायालय की प्रधान न्यायाधीश प्रीति श्रीवास्तव ने की। इसमें सुलह-समझौते के आधार पर 64 मामले निस्तारित किए गए। इसमें 20 जोड़ों ने फिर से एक साथ रहने का निर्णय लिया। बाकी मामलों में समझौते के आधार पर 52,35,000 रुपये भरण-पोषण के रूप में दिलाए गए। इसी तरह प्रोजेक्ट आइना के तहत नई किरण में 19 जोड़ों ने एक साथ रहने का निर्णय लिया। इस मौके पर एएसपी केसी गोस्वामी, एनसी टंडन, मसरूर अहमद, नईम खांन, नीलम ¨सह चौहान समेत कई लोग मौजूद रहे।


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