झंडे को दी सलामी, संविधान की दिलाई शपथ
जागरण संवाददाता कन्नौज झंडा शौर्य का प्रतीक है। पुलिस का मुख्य कार्य लोगों की रक्षा कर
जागरण संवाददाता, कन्नौज: 'झंडा शौर्य का प्रतीक है। पुलिस का मुख्य कार्य लोगों की रक्षा करना है और यह झंडा हर वर्दी वाले को यही संदेश देता है। हम सभी को संविधान सम्मत काम करना चाहिए, जिससे कि आम जनता अपने को सुरक्षित महसूस करे।'
सोमवार को पुलिस लाइन में आयोजित सशस्त्र पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर उक्त बातें पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने कही। उन्होंने परेड का अवलोकन किया और सलामी गारद का भी निरीक्षण किया। इसके बाद पुलिस का झंडा फहराया और सलामी दी। एएसपी विनोद कुमार ने बताया कि 23 नवंबर 1952 से सशस्त्र पुलिस झंडा दिवस मनाया जाता है। यह नागरिक पुलिस के शौर्य का प्रतीक दिवस है। इस दिन हर पुलिस कर्मी अपनी वर्दी की दाहिनी जेब के ऊपर पुलिस के झंडे का स्टीकर लगाता है। एसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को संविधान की और झंडे की शपथ दिलाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनता की सेवा करना पुलिस का पहला धर्म है। अपराध पर पूरी तरह लगाम लगाना व अपराधियों के खिलाफ सख्ती से निपट पीड़ितों को न्याय दिलाना भी पुलिस की ही जिम्मेदारी मानी जाती है। वहीं, सीओ सिटी शिवप्रताप सिंह ने सदर कोतवाली में झंडा दिवस मनाया और पुलिसकर्मियों को शपथ दिलाई। सीओ ने बताया कि नियम संगत कार्य करने वाले लोगों को अपने से जोड़ते हुए हमें उनकी सलाह भी लेनी चाहिए। इस मौके पर प्रतिसार निरीक्षक ब्रजेश पाठक, सोशल मीडिया सेल प्रभारी त्रिभुवन प्रसाद वर्मा, प्रभारी निरीक्षक विकास राय, एसएसआइ विक्रम सिंह समेत सभी पुलिसकर्मी उपस्थित थे। इसके अलावा जनपद के सभी थानों में झंडा दिवस मनाकर पुलिस कर्मियों को शपथ दिलाई गई।