पॉजिटिव मरीजों को प्रदान करें आत्मसंबल
सीएमओ डॉ. कृष्ण स्वरूप ने बताया कि कोविड-19 हॉस्पिटल में संक्रमित मरीजों का उपचार करने वाले चिकित्सक राजकीय इंजीनियरिग कॉलेज के हॉस्टल में ठहरेंगे। वहीं पैसिव क्वारंटाइन के लिए आशा होटल को अधिग्रहीत किया गया है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज: कोविड-19 लेवल-1 हॉस्पिटल में भर्ती पॉजिटिव मरीजों को आत्मसंबल प्रदान करें, जिससे कि वह मानसिक रूप से मजबूत हो सकें। इन मरीजों का उपचार के बाद डॉक्टरों को भी क्वारंटाइन रहना होगा, जिससे कि अन्य मरीजों में संक्रमण न फैले।
सोमवार को सीएमओ कार्यालय के सभागार में कोविड-19 के डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया। वरिष्ठ प्रशिक्षक डॉ. बृजेश शुक्ल ने बताया कि आमतौर पर कोरोना संक्रमित मरीज परेशान होता है। ऐसे में उसे आत्मसंबल प्रदान करें कि वह ठीक हो जाएगा। चिकित्सकों को चाहिए कि वह मरीजों का नियमित रूप से उपचार करें तथा प्रतिदिन मॉनीटरिग करें। डॉ. कुमारिल मैत्रेय ने बताया कि संक्रमित मरीज के पास पीपीई किट पहन कर जाएं तथा उपचार के बाद मास्क, किट व ग्लब्स को नष्ट कर दें। डॉ. विकास कनौजिया ने बताया कि कोविड-19 हॉस्पिटल को प्रतिदिन हाइपोक्लोराइड सॉल्यूशन व ब्लीचिग पॉउडर से सैनिटाइज कराएं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. रमेश चंद्रा ने बताया कि डाक्टरों की नई टीम एक मई से कोविड-19 अस्पताल में काम शुरू करेगी, इसलिए डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें पीपीई किट पहनने तथा उतारने के बारे में जानकारी दी गई। टीएसयू के सम्मान सिंह ने भी डॉक्टरों को एहतिहयात बरतने के बारे में जानकारी दी। इंजीनियरिग कॉलेज के
हॉस्टल में ठहरेंगे डॉक्टर
सीएमओ डॉ. कृष्ण स्वरूप ने बताया कि कोविड-19 हॉस्पिटल में संक्रमित मरीजों का उपचार करने वाले चिकित्सक राजकीय इंजीनियरिग कॉलेज के हॉस्टल में ठहरेंगे। वहीं, पैसिव क्वारंटाइन के लिए आशा होटल को अधिग्रहीत किया गया है। इलाज के बाद डॉक्टरों की टीम को घर जाने की अनुमति नहीं होगी।