प्रधान ने मानी भूल, नगमा को किया कुबूल
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संवादसूत्र, ठठिया (कन्नौज): आखिरकार नगमा को न्याय मिल गया। प्रधान ने भी अपनी गलती मानी और बेटे के साथ उसका निकाह कुबूल करवा दिया। रिश्तेदारों और सगे संबंधियों के माध्यम से हुई पंचायत के बाद दो लाख की मेहर के साथ काजी ने निकाहनामा करवाया।
क्षेत्र के ग्राम गुरौली निवासी नगमा बेगम की कहानी किसी फिल्म की स्टोरी से कम नहीं है। नगमा ने 16 सितंबर को गांव के ही प्रधान जाहिद के बेटे कलाम खान के साथ कन्नौज कोर्ट में विवाह के लिए हलफनामा दिया था, मगर प्रधान ने उसे कुबूल नहीं किया। दोनों के रिश्ते के बीच में अमीर-गरीब की खाई थी, लेकिन नगमा ने हार नहीं मानी। वह कलाम के साथ ही रही। प्रधान ने दोनों को हरदोई के बिलग्राम कस्बे में भेज दिया। वहां से वह चुपचाप बेटे को लेकर चले आए और पुलिस को अपहरण की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने जब नगमा और उसकी मां के नंबरों को ट्रेस किया तो लोकेशन विधानसभा के सामने लखनऊ में मिली। हजरतगंज पुलिस के सहयोग से दोनों को ठठिया लाया गया, जहां थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने दोनों पक्षों की बात सुनी। इसके बाद दोनों पक्ष के रिश्तेदारों के बीच हुई आपसी पंचायत के बाद नगमा और कलाम के निकाह की रजामंदी हुई। शनिवार को काजी मुईनुद्दीन को बुलाकर दोनों का निकाह कुबूल करवाया गया, जिसमें तिर्वा के बछर्जापुर और फरिकापुर से भी लोग शामिल हुए। दो लाख की मेहर के साथ इमाम बारिस व कमरुद्दीन को गवाह बनाया गया। इसके बाद मां ने बेटी को ससुराल के लिए विदा किया। इस दौरान पूरे मामले पर पुलिस की नजर रही। थानाध्यक्ष ने बताया कि आपसी समझौते के आधार पर निकाह हो गया है। अब दोनों पक्षों में कोई विवाद नहीं है।