अनौगी में नौ बच्चे कुपोषण के शिकार
संवाद सूत्र, जलालाबाद: जलालाबाद विकास खंड के अनौगी को तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा गोद लिया गया था
संवाद सूत्र, जलालाबाद: जलालाबाद विकास खंड के अनौगी को तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा गोद लिया गया था। इसके बाद भी यहां कुपोषण दूर नहीं हो सका है। गांव में अभी भी कई बच्चे कुपोषण से ग्रस्त चल रहे हैं।
अनौगी को वर्ष 2016 में तत्कालीन जिलाधिकारी अनुज झा द्वारा गोद लिया गया था। इसमें कुल नौ आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। वर्ष 2017 में वजन दिवस के अवसर पर इन केंद्रों पर 13 बच्चे कुपोषण से ग्रस्त थे। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार की सक्रियता से कुपोषण में कमी जरूरी आयी है लेकिन कुपोषण जड़ से समाप्त नहीं हुआ है। इस समय गांव में नौ बच्चे अभी भी कुपोषण का शिकार हैं इनमें प्रांशी (5) पुत्री धर्मेन्द्र कुशवाहा, यश कुमार (3) पुत्र सुरेश कुमार, पायल (3) पुत्री वीरभान कठेरिया, कंचन (17 माह) पुत्री हरीराम तथा शिवशंकर (6) पुत्र हरिराम कुपोषण से ग्रसित हैं। इसमें कंचन व शिवशंकर के पिता हरीराम शंखवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय है। हरीराम की पत्नी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। वहीं, हरीराम की मां (90) अक्सर बीमार रहती हैं। इससे इनकी आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। हरीराम ने कई बार उच्चाधिकारियों से राशन की दुकान से अधिक मात्रा में राशन दिलाने की मांग की थी लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। वहीं ग्राम प्रधान केशकली के सहयोग से प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास मिलने से हरीराम को रहने के लिए छत मिल गई है। अनौगी में कई सरकारी संस्थान संचालित
जवाहर नवोदय विद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र, जिला कारागार, राजकीय डिग्री कालेज, महामाया पॉलीटेक्निक कालेज, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बैंक ऑफ इंडिया, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के अलावा पंचायती राज प्रशिक्षण केंद्र निर्माणाधिन है। थाना व बालिका डिग्री कालेज की मांग
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि महेंद्र ¨सह बघेल ने उच्चाधिकारियों से लेकर जनपद के प्रभारी मंत्री संदीप ¨सह से अनौगी में थाना तथा बालिका इंटर कालेज व तिर्वा सुजान सराय अनौगी होते हुए परिवहन निगम की रोडवेज बसें संचालित कराने की मांग कई बार कर चुके हैं। वहीं, पूर्ववर्ती सपा सरकार में परिवहन निगम की दो रोडवेज बसें कन्नौज से तिर्वा सुजानसराय, मतौली, नदसिया, अनौगी, जलालाबाद से होते हुए गुरसहायगंज व कन्नौज तक चलती थी। प्रदेश सरकार बदलते ही बसों का संचालन बंद कर दिया गया। इससे जिला कारागार व कालेज जाने वाले छात्रों को काफी परेशानी होती है। अफसर बोले
पूरे जिले में कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए विभागीय अफसरों को निर्देश दिए जा चुके हैं। साथ ही उन्हें शासन से संचालित योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। यदि कहीं लापरवाही हो रही है तो जिम्मेदार पर कार्रवाई होगी।
-रवींद्र कुमार, जिलाधिकारी।