डेंगू के डंक से ठठिया में 25 से ज्यादा बीमार, निजी अस्पतालों में भर्ती
लेकर कस्बे में संचालित तीन पैथोलॉजी एक हजार से 15 सौ तक वसूल किए जा रहे। इसमें झोलाछाप का कमीशन तय है। तीन दिन पूर्व कैंप लगाकर रक्त परीक्षण के लिए सैंपल लिया गया था लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं मिल सकी। चेकअप को पीड़ित निजी पैथोलॉजी पर जा रहे। सीएमओ डॉ. के स्वरूप ने बताया कि वायरल
संवाद सूत्र, ठठिया : डेंगू के डंक की चपेट में आकर पीड़ितों की तादात लगातार बढ़ती जा रही। प्रतिदिन 5 से 10 मरीज झोलाछाप की दुकान पर खून की उल्टी करते नजर आते हैं। इससे स्वास्थ्य महकमा अनजान है और ग्रामीण कानपुर के निजी अस्पतालों में इलाज कराने को मजबूर हैं।
ठठिया के एक मोहल्ले की आबादी लगभग 400 है और इसमें से 50 लोगों को बुखार आ रहा। पीड़ित पहले लापरवाही कर झोलाछाप से इलाज लेकर ढेर सारी दवाइयों के साइड इफेक्ट नही झेल पाए। जिससे उन्हें खून की उल्टियां आनी शुरू हो गई। कमीशन खोरी के चक्कर में झोलाछाप ने अपने चहेते अस्पतालों में भर्ती करवाकर मोटा कमीशन बना रहे है । डेंगू की जांच को लेकर कस्बे में संचालित तीन पैथोलॉजी एक हजार से 15 सौ तक वसूल किए जा रहे। इसमें झोलाछाप का कमीशन तय है। तीन दिन पूर्व कैंप लगाकर रक्त परीक्षण के लिए सैंपल लिया गया था, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं मिल सकी। चेकअप को पीड़ित निजी पैथोलॉजी पर जा रहे। सीएमओ डॉ. के स्वरूप ने बताया कि वायरल बुखार फैला है। अस्पताल में डॉक्टरों काम कर रहे। खून की जांच रिपोर्ट न देने पर लैब टेक्नीशियन पर कार्रवाई होगी। सोमवार को मशीन से फागिग कराई गई। बुखार फैले वाले मोहल्ले में क्लोरीनेशन कराया जाएगा। झोलाछाप पर कार्रवाई होगी। जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों को पूरा इलाज है। डेंगू पीड़ितों के नाम
महेंद्र सिंह कुशवाहा, पंकज कुशवाहा, उमादेवी कुशवाहा, कन्हैया लाल कुशवाहा, सर्वेश कुशवाहा, राममोहन कुशवाहा, राजू कुशवाहा, पवन कुशवाहा, शौर्य कुशवाहा, सतेंद्र सिंह कुशवाहा, हरिसिंह कुशवाहा, रचना कुशवाहा, विदेर्श्वरी, रामू, दिशा कुशवाहा, पुष्पा देवी कुशवाहा, रोहित कुमार व विकास कुमार कुशवाहा है। इसके साथ ही इसी मोहल्ले में दो नवंबर को बुखार से 65 वर्षीय बाबूराम कुशवाहा की मौत हो चुकी है।