कार न देने पर विवाहिता का कराया गर्भपात
-पीड़िता ने उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई की फरियाद की संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: दहेज में
-पीड़िता ने उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई की फरियाद की
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: दहेज में कार की मांग पूरी न होने पर ससुरालीजनों ने विवाहिता का उत्पीड़न किया। गर्भवती होने पर उसका गर्भपात करवा दिया। पीड़िता ने ससुरालीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई।
थाना क्षेत्र सौरिख के गांव की रहने वाली एक महिला ने बताया कि उसकी शादी 13 फरवरी 2015 को फर्रुखाबाद निवासी एक युवक से हुई थी। शादी के बाद ससुरालीजन कार की मांग करने लगे। परिजनों ने असमर्थता जताई तो उसको भूखा रखकर प्रताड़ित किया गया। इस बीच वह गर्भवती हुई तो ननद ने पिटाई की और सास ने जबरिया दवा खिलाकर गर्भपात करवा दिया। दोबारा गर्भवती होने पर कन्नौज के एक अस्पताल में गर्भपात कराया गया। इसकी जानकारी पर मायके वाले आए और पिता ने कार देने के लिए कुछ समय मांगा। वापस जाने के उपरांत उसके ससुर बुरी नीयत रखने लगे और छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसकी सूचना उसने कोतवाली फर्रुखाबाद में दी। इसका मुकदमा दर्ज हुआ। इससे वह लोग नाराज हो गए और उसको ससुराल में रखने से इंकार कर दिया। 29 मई को जेवरात व कपड़े आदि छीन लिए जाने पर वह किसी प्रकार मायके पहुंची। 15 दिन पहले पिता ने पंचायत डाली लेकिन वह लोग बिना कार के विदा कराने को तैयार नहीं हुए और मुकदमा वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक से फरियाद की।