Move to Jagran APP

आसपास) किसानों के लिए लकी ड्रा, इनाम में ट्रैक्टर निकला मंडी कर्मी का

- मुख्यमंत्री किसान उपहार योजना के किसानों ने भरे थे कूपन - उपनिदेशक कानपुर मंडल प्रशास

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 08:53 PM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 08:53 PM (IST)
आसपास) किसानों के लिए लकी ड्रा, इनाम में ट्रैक्टर निकला मंडी कर्मी का

-मुख्यमंत्री किसान उपहार योजना में बतौर किसान शामिल हुआ मंडी कर्मी

loksabha election banner

-मंडी सचिव ने उपनिदेशक कानपुर मंडल प्रशासन-विपणन को भेजी रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, कन्नौज : मुख्यमंत्री किसान उपहार योजना के तहत लकी ड्रा हुआ तो बंपर इनाम ट्रैक्टर किसानों को इनामी कूपन बांटने वाले मंडी कर्मी का ही निकल आया। मंडी कर्मी बतौर किसान उपहार योजना में शामिल हुआ। अब मामला इस पर उलझ गया है कि मंडी कर्मी को ट्रैक्टर दिया जा सकता है कि नहीं। मंडी सचिव ने मामले की जानकारी कानपुर मंडल के उपनिदेशक प्रशासन व विपणन मंडी को दी है। वही जांच कर फैसला करेंगे।

मंडी में उपज बेचने वाले किसानों के लिए मुख्यमंत्री किसान उपहार योजना संचालित है। मंडी मे उपज बेचने वाले किसानों को सिक्स-आर यानी बिक्री का प्रपत्र भरना पड़ता है। इस पर उन्हें उपहार योजना का कूपन मिलता है। कूपन में ट्रैक्टर, कृषि यंत्र, पावर हार्वेस्टर, सीड ड्रिल, स्पेयर, बखारी समेत अन्य चीजें इनाम हैं। हर तीन माह पर यह योजना का लकी ड्रा कानपुर मंडल कार्यालय में होता है। इस वर्ष भी नवीन मंडी में किसानों को कूपन जारी किए गए थे। कूपन देने का काम जिस मंडी कर्मी के जिम्मे है, उसके नाम ही पहला पुरस्कार ट्रैक्टर निकला है। अब इस पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, इनाम देने से पहले मंडी सचिव डा. दिलीप कुमार वर्मा ने कानपुर मंडल के उपनिदेशक प्रशासन और विपणन को मामले से अवगत कराया है। सचिव ने बताया कि मंडी कर्मी भी किसान है। उसने सौ क्विंटल मक्का बेचा था। तीन माह के दौरान करीब 50 किसानों को कूपन बांटे गए थे। कर्मचारी के नाते लाभ मिलता है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है। उपहार मंडलीय कार्यालय से मिलेगा। इसलिए कर्मचारी के चयन की आख्या भेजी है। कोई तथ्य नहीं छिपाया है। इस तरह मिलता है कूपन

मंडल में 19 मंडियां हैं। इन मंडियों में उपज बेचने वाले किसानों को इनामी कूपन मिलता है। कूपन कम से कम पांच हजार रुपये मूल्य की उपज बेचने भी दिया जाता है। इसमें कोई बाध्यता नहीं है। कर्मचारी भी किसान होते हैं और लाभ पा सकते हैं। कर्मचारी का पारदर्शिता से चयन हुआ है। सचिव ने जांच कर रिपोर्ट भी दी है। फिर भी कर्मचारी होने के नाते लखनऊ मुख्यालय से मार्गदर्शन मांगा है। कोई फर्जीवाड़े की बात नहीं आई है। शिकायत आती है तो जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।

-अजीत कुमार सिंह, उपनिदेशक मंडी, कानपुर मंडल, प्रशासन व विपणन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.