बच्चों को भारतीय महापुरुषों से कराएं अवगत
नंबर एक में मुख्य अतिथि प्रांत प्रचारक संजय जी ने कही। बताया कि हम भारत की मूल संस्कृति से हटकर पश्चिम की सभ्यता को अपनाते जा रहे हैं। भारत को पुन विश्व गुरु बनाने के लिए हमें अपने बच्चों को संस्कार देने होंगे। इसके लिए उन्हें महापुरुषों व पूर्वजों के बारे में जानकारियां देनी होगी। वंश दानी कहे जाने वाले गुरु
- आवास विकास कालोनी में बोले आरएसएस के प्रांत प्रचारक
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: समरसता का भोज दर्शाता है कि भारत में एक दूसरे से समान व्यवहार किया जाता है। चाहे कोई किसी भी जाति वर्ग का हो, हम सभी एक-दूसरे का आदर करते थे।
बुधवार को मकर संक्रांति के पर्व पर यह बात आवास विकास कॉलोनी स्थित पार्क नंबर एक में मुख्य अतिथि प्रांत प्रचारक संजय जी ने कही। बताया कि हम भारत की मूल संस्कृति से हटकर पश्चिम की सभ्यता को अपनाते जा रहे हैं। भारत को पुन: विश्व गुरु बनाने के लिए हमें अपने बच्चों को संस्कार देने होंगे। इसके लिए उन्हें महापुरुषों व पूर्वजों के बारे में जानकारियां देनी होगी। वंश दानी कहे जाने वाले गुरु गोविद सिंह जी के बच्चों के बारे में आज हम अपने बच्चों को अवगत नहीं कराते हैं। धर्म की रक्षा के लिए प्राण त्याग देने का यह सबसे बड़ा उदाहरण है। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुद्वारा के ग्रंथी अरुण सिंह ने की। इस दौरान जिला कार्यवाह दिवाकर, नगर संघचालक राम शंकर, विभाग प्रचार प्रमुख रजनीश, जिला प्रचारक ऋतुराज, नगर प्रचारक अनुराग, नगर कार्यवाह अरविद, खंड कार्यवाह विष्येन्द्र, लज्जाराम, पूर्व राज्यमंत्री विधायक अर्चना पांडेय, चेयरमैन राजीव दुबे, मनोज दुबे, संतोष कुमार पांडेय, मीरा वर्मा, जितेंद्र शाक्य, शशिकांत शुक्ला मौजूद रहे।