केरल की कंपनी के हवाले जिला अस्पताल की मशीनें
उत्तर प्रदेश तकनीकी इकाई की क्वालिटी एश्योरेंस टीम ने वातानुकूलित मेटरनिटी विग का निरीक्षण किया। क्वालिटी कंट्रोलर डॉ. सुनील प्रजापति राहुल इसौलिया व उमेश कुमार भारतीय ने अस्पताल के सभी विभागों का निरीक्षण किया
जासं, कन्नौज: जिला अस्पताल में लगे बायोमेडिकल उपकरणों की देखभाल अब केरल की कंपनी करेगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने कोच्चि की साइरिक्स हेल्थ केयर को इसकी जिम्मेदारी दी है। कंपनी के इंजीनियरों ने अस्पताल का निरीक्षण किया और सीएमएस से वार्ता कर खराब उपकरणों के बारे में जानकारी दी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मैन पॉवर बढ़ाने के साथ ही मशीनरी को भी विकसित करने का निर्णय लिया है। आधुनिक उपकरणों की सहायता से इलाज की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए शासन ने केरल की साइरिक्स हेल्थ केयर लिमिटेड से अनुबंध किया है। बुधवार को कंपनी के डिवीजन मैनेजर अमन कटियार, बायोमेडिकल इंजीनियर वसीउद्दीन सिद्दीकी, विनय गुप्ता ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्हें ओटी (ऑपरेशन थियेटर) में तीन लाइटें खराब मिलीं। वहीं, एसएनसीयू (सिक एंड न्यू बोर्न केयर यूनिट) में दो रेडिएंट वार्मर भी काम नहीं कर रहे थे। रेडियालॉजी विभाग में डिजिटल एक्सरे मशीन का यूपीएस (यूनिट पॉवर सेवर) भी खराब मिला। इसके बाद इंजीनियरों ने सीएमएस डॉ. उमेशचंद्र चतुर्वेदी को खामियों के बारे में बताया। तकनीकी इकाई ने किया मेटरनिटी विग का निरीक्षण
उत्तर प्रदेश तकनीकी इकाई की क्वालिटी एश्योरेंस टीम ने वातानुकूलित मेटरनिटी विग का निरीक्षण किया। क्वालिटी कंट्रोलर डॉ. सुनील प्रजापति, राहुल इसौलिया व उमेश कुमार भारतीय ने अस्पताल के सभी विभागों का निरीक्षण किया। उन्होंने लेबर रूप में अटैच वॉशरूम बनवाने का सुझाव दिया। साथ ही कई कमियों को दुरुस्त करने के लिए हास्पिटल मैनेजर से वार्ता की। जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को सरल और सुगम बनाने के लिए एनएचएम ने साइरिक्स से अनुबंध किया है। यह कंपनी अस्पताल में बायोमेडिकल उपकरणों की देखभाल करेगी और कई नई मशीनों को स्थापित कराएगी।
-अर्जुन रॉय, प्रबंधक - जिला अस्पताल