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14 वर्ष का काटा वनवास, फिर भी सपना अधूरा

संवाद सहयोगी, तिर्वा : सरकारें बदलने के साथ महिला ने 14 वर्ष का वनवास भी काट लिया, लेकिन आि

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 07:05 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 07:05 PM (IST)
14 वर्ष का काटा वनवास, फिर भी सपना अधूरा
14 वर्ष का काटा वनवास, फिर भी सपना अधूरा

संवाद सहयोगी, तिर्वा : सरकारें बदलने के साथ महिला ने 14 वर्ष का वनवास भी काट लिया, लेकिन आशियाना पाने का सपना साकार नहीं हो सका। वित्तीय वर्ष 2011 की आर्थिक जनगणना सूची के तहत पात्रता में न होने पर फिर से मायूस लौटा दिया गया। इससे पीड़िता दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।

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बुधवार को तहसील में जिलाधिकारी र¨वद्र कुमार व पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद की अगुवाई में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। इस दौरान 109 फरियादियों ने पहुंचकर शिकायतें दर्ज कराई। सात फरियादियों की शिकायतों का निस्तारण कर राहत दे दी गई। इसी बीच ठठिया थाना क्षेत्र के सरसई भड़हा गांव निवासी मालती देवी पत्नी परशुराम ने पहुंचकर फरियाद लगाई। मालती ने बताया कि वर्ष 2005 में आशियाना की मांगा तो अफसरों की कारगुजारी से अपात्र कर दिया गया। इस वर्ष मांगा तो आर्थिक जनगणना के आधार पर सूची में नाम न होने पर टाल दिया गया। पीड़िता ने बताया कि झोपड़ी में रहकर परिवार का भरण-पोषण कर रहे। पुत्री उपासना का विवाह औरैया के दिबियापुर में किया तो ग्रामीणों ने चंदा देने पर विवाह हो सका था। पति मजदूरी कर परिवार का पोषण कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने मामले को लेकर खंड विकास अधिकारी को जांच सौंपी और पात्रता के आधार पर आशियाना की सूची में शामिल करने के निर्देश दिए। इसम मौके पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के स्वरुप, तहसीलदार अनिल कुमार सरोज, कोतवाली प्रभारी टीपी वर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी शिव ¨सह समेत कई अफसर मौजूद रहे।


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