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स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर कन्नौज सांसद का हमला, बोले- 'जब BJP में थे तो पढ़ते थे रामचरित मानस...'

सपा एमएलसी और पूर्व मंत्री स्‍वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मामले में कन्नौज सांसद ने हमला बोला है। उन्होंने सपा को रामद्रोहियों की पार्टी और राम भक्तों के हत्यारे बताया है।

By Jagran NewsEdited By: Nirmal PareekPublished: Tue, 24 Jan 2023 08:16 PM (IST)Updated: Tue, 24 Jan 2023 08:16 PM (IST)
स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर कन्नौज सांसद का हमला, बोले- 'जब BJP में थे तो पढ़ते थे रामचरित मानस...'
स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर कन्नौज सांसद का हमला

जागरण संवाददाता, कन्नौज: सपा एमएलसी और पूर्व मंत्री स्‍वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान के बाद न सिर्फ विरोधी बल्कि उनकी पार्टी के नेता भी खिलाफ हो गए हैं। अब इस मामले में कन्नौज सांसद ने हमला बोला है। उन्होंने सपा को रामद्रोहियों की पार्टी और राम भक्तों के हत्यारे बताया है। कहा यह अखिलेश के इशारे पर हुआ है।

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जब स्वामी भाजपा में थे तो पढ़ते थे रामचरित मानस

मंगलवार को दैनिक जागरण पब्लिक स्कूल में आयोजित कला प्रतियोगिता में पहुंचे सांसद सुब्रत पाठक ने पत्रकारों से बात की। पूर्व मंत्री स्‍वामी प्रसाद मौर्य के बयान के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्वामी जब भाजपा में थे तो राम चरित मान पढ़ते थे। पूरा दिन राम-राम जपते थे। अब रामद्राेहियों की पार्टी में गए हैं, जो रामभक्तों के हत्यारे हैं। रामद्रोहियों की पार्टी में जाकर वहां पर दबाव रहता है, उन पर भी होगा। तभी बयान दिया। वहां ऐसे अनेकों लोग हैं। यह विशेष वर्ग के वोट को खुश करने के लिए ऐसा किया गया। जब राम को गली देंगे तभी तो विशेष लोग खुश होंगे, उनका वोट मिलेगा। सपा की इस बयान पर प्रतिक्रिया आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह अखिलेश के इशारे पर हुआ है। वह सब नाराज होने की नौटंकी कर रहे हैं। अभी तक पार्टी से नहीं निकाला है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था ये विवादित बयान

बता दें कि समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा था, ''रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर यदि समाज के किसी वर्ग का अपमान हुआ है तो वह निश्चित रूप से धर्म नहीं है। यह 'अधर्म' है, जो न केवल बीजेपी बल्कि संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रहा है।'' आगे उन्होंने कहा था, ''रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों में जातियों के नामों का उल्लेख है जो इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाओं को आहत करती हैं।''


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