बुनियादी शिक्षा को पंख देगी इनोवेटिव पाठशाला
जागरण संवाददाता कन्नौज बुनियादी शिक्षा को मजबूत करने में इनोवेटिव पाठशाला मील का पत्थर
जागरण संवाददाता, कन्नौज: बुनियादी शिक्षा को मजबूत करने में इनोवेटिव पाठशाला मील का पत्थर साबित होगी। श्री अरविदो सोसायटी के माध्यम से शून्य निवेश में बने शैक्षिक नवाचारों की ई-प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जिससे प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को पंख मिलेंगे और लर्निंग आउटकम में अभूतपूर्व वृद्धि होगी।
राज्य परियोजना महानिदेशक विजय किरन आनंद ने लर्निंग आउटकम को बेहतर बनाने के लिए इनोवेटिव पाठशाला व ई-प्रदर्शनी को बढ़ावा देने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए हैं। शैक्षिक सत्र 2020-21 में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ई-पाठशाला पर जोर दिया गया है। जिला समन्वयक (विशेष शिक्षा) अश्वनी कुमार ने बताया कि सभी शिक्षकों द्वारा विद्यालय में उपलब्ध व तैयार किए गए टीएलएम (टीचिग, लर्निंग मैटेरियल) के वीडियो बनाकर वॉट्सएप पर शिक्षक अपने व विद्यालय के नाम के साथ भेजेंगे। शून्य निवेश पर आधारित तैयार किए गए नवाचार का अभिलेखीकरण कर उसे भी वाट्सएप पर भेजेंगे। इनोवेटिव पाठशाला का क्रियान्वयन कर पाठ्य योजना पर आधारित शिक्षण गतिविधियों का वीडियो साझा करेंगे। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से भी डाउनलोड किया जा सकेगा।
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देश के कई राज्यो में चल रहे नवाचार
जिले के प्राथमिक विद्यालय तालग्राम के सहायक अध्यापक आशुतोष दुबे ने शून्य निवेश में नवाचार तथा इनोवेटिव पाठशाला को लेकर सबसे बेहतर कार्य किया है। यही वजह है कि उन्हें मुख्यमंत्री ने राज्य अध्यापक पुरस्कार दिया है। उनके बनाए गए शून्य निवेश में नवाचार देश के 24 राज्यों चल रहे हैं। इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय सराय प्रताप के प्रधानाध्यापक आशीष मिश्र, प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर की प्रधानाध्यापक पूजा पांडेय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय छिबरामऊ के सहायक अध्यापक शशिकांत शुक्ल समेत कई शिक्षकों ने इनोवेटिव पाठशाला की दिशा में बेहतर काम किया है।
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इनोवेटिव पाठशाला व ई-प्रदर्शनी को क्रियान्वित करने के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। सभी शिक्षकों को भी जानकारी दे दी गई है और वाट्सएप के लिए मोबाइल नंबर भी उपलब्ध करा दिए गए हैं।
-केके ओझा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी