डेंगू का खौफ बनाकर झोलाछापों ने की उगाही
2019 में एलाइजा टेस्ट से 13
-2019 में एलाइजा टेस्ट से 138 मरीजों में डेंगू की पुष्टि
-फर्रुखाबाद के छह व कन्नौज 49 व मेडिकल कॉलेज में 83 मरीज
-559 का एलाइजा टेस्ट, आसपास के जिलों में नहीं होता परीक्षण
संवाद सहयोगी, तिर्वा : डेंगू के नाम पर झोलाछापों ने मरीजों से जमकर धन उगाही की। किट से ब्लड टेस्ट किया और पॉजिटिव दिखा दिया। सही मायने में एलाइजा से टेस्ट हुआ वायरल बुखार निकला। मेडिकल कॉलेज में एलाइजा टेस्ट फर्रुखाबाद जिला अस्पताल से सेंपल आए थे।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी व बायो केमिस्ट्री विभाग में डेंगू की जांच होती है। यहां पर किट से नहीं, सही जांच एलाइजा से की जाती हैं। वर्ष 2019 में 559 लोगों का टेस्ट किया गया, तो सिर्फ 138 लोगों में डेंगू की पुष्टि की गई, जबकि एलाइजा टेस्ट उन्हीं मरीजों का हुआ, जिनमें डेंगू के 80 फीसद लक्षण मिले थे। प्लेट्लेटस कम होने पर डेंगू की पुष्टि किट से कर दी गई। एलाइजा टेस्ट से जांच हुई तो डेंगू की बजाय वायरल बुखार निकला था। किट से जांच सिर्फ झोलाछाप व निजी अस्पतालों में होती है। कारण, एलाइजा जांच की सुविधा आसपास के जिलों में नहीं हैं। इससे टेस्ट के लिए सैंपल मेडिकल कॉलेज भेजे जाते हैं। यह है डेंगू के आंकड़े
संस्थान सेंपल पुष्टि
राजकीय मेडिकल कॉलेज 487 83
जिला अस्पताल फर्रुंखाबाद 16 छह
जिला अस्पताल कन्नौज 56 49
डेंगू को झोलाछाप ने खौफ बनाया और मरीजों से जमकर धन उगाही की। किट से जांच की पुष्टि नहीं होती, बल्कि एलाइजा में जांच होने डेंगू की पुष्टि होती है।
डॉ. संजीव त्रिपाठी, बायो केमिस्ट्री पैथोलॉजी प्रभारी