आंधी-पानी के साथ गिरे ओले, गेहूं के गट्ठर उड़े
जागरण संवाददाता कन्नौज तेज आंधी के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से जहां एक ओर मौसम खु
जागरण संवाददाता, कन्नौज: तेज आंधी के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से जहां एक ओर मौसम खुशगवार हो गया। वहीं दूसरी तरफ किसानों के माथे पर चिता की लकीरें उभर आईं। तेज आंधी और ओलावृष्टि से किसानों के खेतों में गेहूं और सब्जियों को नुकसान पहुंचा। तमाम किसानों के खेतों में जमा भूसा तो किसी के खेत में बंधे रखे गेहूं के गठ्ठर तेज आंधी में उड़ गए।
जिले में बुधवार सुबह से बादल छाए रहे। पूरा दिन सूरज और बादलों के बीच आंख मिचौली होती रही। शाम करीब 7:30 बजे अचानक मौसम ने करवट बदली। सौरिख, तालग्राम, कसावा, गुगरापुर, समधन, गुरसहायगंज आदि क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। साथ ही ओले भी गिरे। इससे किसानों के खेतों में खड़ी पके गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा। तालग्राम निवासी रामकुमार, गोपाल, सुरेश आदि ने बताया कि उनके खेतों में गेहं के गठ्ठर रखे हुए थे। जो तेज आंधी के कारण उड़ गए। सौरिख निवासी विजय, विनीत, राजू आदि ने बताया कि गांव में गेहूं की मड़ाई और कटाई दोनों ही चल रही है। जिनकी मड़ाई हो चुकी थी, उनका भूसा खेत पर ही लगा हुआ थ। जो हवा में उड गया। वहीं ओले गिरने से गेहूं के साथ, तरबूज, प्याज, टमाटर, खीरा, ककड़ी समेत अन्य सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा। किसानों ने लागत तक न निकलने की बात कही और परेशान रहे। जलालाबाद में बागों में आम को नुकसान पहुंचा। पौध काफी हद तक झड़ गई। फसल की बर्बाद हो गई। गुगरापुर संवाद सूत्र के मुताबिक ओले गिरने से गंगा किनारे क्षेत्र में तरबूज, खीरा, ककड़ी और खरबूजा की फसल प्रभावित हो गई।