फूलपुर में नहीं खिला विकास का फूल
संवाद सूत्र, इंदरगढ़: ग्राम पंचायत का नाम तो फूलपुर है, लेकिन यहां पर विकास के नाम का कोइ
संवाद सूत्र, इंदरगढ़: ग्राम पंचायत का नाम तो फूलपुर है, लेकिन यहां पर विकास के नाम का कोई फूल नहीं खिल सका। हालात यह हैं कि कीचड़, जलभराव, कूड़ा-कचरा की दुर्गध उड़ती है। सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जेदार काबिज है और इससे चकरोड, तालाब व चारागाह गायब हो गए। इसके साथ ही गांव में ग्रामीणों की सरकारी योजनाओं का लाभ तो दूर योजनाओं के बारे में जानकारियां भी नहीं है। शौचालय, आवास, सड़क, नाली, खड़ंजा अधूरे है। दिव्यांग, विधवा व बुजुर्ग पेंशन की दौड़ लगाकर थक चुके। अफसरों के कानों तक ग्रामीणों की आवाज नहीं पहुंच पा रही है।
क्या कहते हैं ग्रामीण
गांव के पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय की हालत बहुत खराब है। परिसर में घास, कूड़ा, कीचड़ व जलभराव है। सरकारी हैंडपंप भी कई दिनों से खराब है।-रामबहादुर
शौचालय, प्रधानमंत्री आवास, सड़कें, खड़ंजा व नालियों का काम भी अधूरा है। गलियों में कीचड़ और जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। इससे काफी दिक्कतें होती है।-सुमन देवी
नालियों का पानी सड़कों पर भरने से दुर्गध उड़ती और बीमारियां भी फैल रही। गांव में करीब 35 से 40 लोग बीमारियों की चपेट में हैं। हालातों पर स्वास्थ्य विभाग भी अनजान है।-राजेश ¨सह
गांव की दुर्दशा पर अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधि का कोई ध्यान नहीं जा रहा। ग्रामीण दिक्कतों से जूझ रहे। लाख कोशिशों के बाद भी समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है।-संजय ¨सह
यह हैं गांव की मुख्य समस्या
-चकरोड व तालाबों की जमीन पर अवैध कब्जा
-फूलपुर के विद्यालयों की हालत खराब
-गहपुरा में गलियों में कीचड़ और जलभराव
-बारिश में गिर गए कई ग्रामीणों के आशियाने
-ग्रामीणों को नहीं मिल रहा शौचालय का अंशदान
-जर्जर व झूलते तारों से ग्रामीणों को खतरा
-सरकारी हैंडपंप खराबी से पेयजल संकट
-सड़कों पर कई जगह पर लगे रहते कूड़े के ढेर
-वृद्धावस्था, विधवा व विकलांग पेंशन को परेशान
एक नजर पंचायत पर
विकास खंड -हसेरन
ग्राम पंचायत -फूलपुर
मजरा -फूलपुर, भालेकपुरवा, गहपुरा
आबादी -6,831
मतदाता - 1,626
आवास - 132
क्या कहते हैं जिम्मेदार
गांव में दिक्कतें है और उसके निस्तारण को लेकर काम किया जा रहा। कार्य योजना और अफसरों के निर्देशों पर विकास कार्य कराए जा रहे। जरुरतमंदों को वरीयता और बारी-बारी से बजट के मुताबिक काम हो रहा है।-
अश्वनी कुमार ¨सह, प्रधान
इस वक्त शौचालयों व आवासों पर फोकस दिया जा रहा। सड़क, नाली, खड़ंजा व अन्य योजनाओं का काम बजट के अनुसार कराया जा रहा। स्वच्छता के लिए कर्मचारियों को लगाकर दिक्कतें दूर कर दी जाएगी।-रामदास, उपजिलाधिकारी