पांच करोड़ खर्च, फिर भी पेयजल समस्या जस की तस
संवाद सहयोगी तिर्वा पेयजल योजना के तहत पानी की टंकी के निर्माण में पांच करोड़ रुपये खर्च
संवाद सहयोगी, तिर्वा : पेयजल योजना के तहत पानी की टंकी के निर्माण में पांच करोड़ रुपये खर्च हो गए, लेकिन पेयजल संकट बरकरार है। कारण, रोड की खोदाई में पाइप लाइनों को क्षतिग्रस्त कर बंद कर दी गई। इससे आठ हजार लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं।
विकास खंड उमर्दा की ग्राम पंचायत उमर्दा में वित्तीय वर्ष 2013-14 में पांच करोड़ की लागत से पेयजल योजना के तहत एक लीटर पानी क्षमता की टंकी का निर्माण कराया गया था। पाइप लाइनों से ग्राम पंचायत के आठ मजरों में पानी की सप्लाई होती थी। इससे नौ मजरों में 10 हजार की आबादी लोगों को पेयजल आपूर्ति की जाती। वर्ष 2018-19 में तिर्वा-बेला रोड की खोदाई की गई थी। इसमें पाइप लाइनों को ध्वस्त कर बंद कर दिया गया। अब ग्राम पंचायत के छह मजरों में पेयजल आपूर्ति बंद हो गई। इससे आठ हजार की आबादी पेयजल संकट से जूझ रही। महज तीन मजरों में पेयजल आपूर्ति की जा रही। इससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतें हो रही है। ये है ग्राम पंचायत के मजरे
गसीमपुर, निकारीपुर्वा, चटरुआपुर, उमर्दा, खरगपुर, लेकरामपुर में पेयजल आपूर्ति ठप है और बघेलेपुर्वा, कुंवरपुर व पुरौटिया में पेयजल आपूर्ति की जा रही है। ----------------
पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजा गया और पाइप लाइनों को ठीक कराने का भरोसा दिया गया था। पाइप लाइनों को ठीक कराने में काफी बजट खर्च होगा। एक बार फिर से रिमाइंडर पत्र भेजा जाएगा। सुनवाई न होने पर ग्राम पंचायत से काम कराया जाएगा।
-आदेश कुमार, प्रधान, उमर्दा-ग्राम पंचायत मामले को लेकर जांच कराई जाएगी। सरकारी धन का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा। जल्द ही समस्या का समाधान कर पेयजल आपूर्ति को बहाल कराया जाएगा।
-सरला देवी, बीडीओ, उमर्दा-ब्लाक