जिले के हर स्कूल में लागू होंगे शैक्षिक नवाचार
जागरण संवाददाता, कन्नौज : बुनियादी शिक्षा की दशा ओर दिशा को बदलने में जहां सर्व शिक्षा अभिया
जागरण संवाददाता, कन्नौज : बुनियादी शिक्षा की दशा ओर दिशा को बदलने में जहां सर्व शिक्षा अभियान का योगदान है, वहीं शून्य निवेश में नवाचारों का भी कम नहीं है। अब नवाचारों के माध्यम से पूरे जिले को मॉडल बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। पहले केवल 100 स्कूलों को चयनित किया गया था, लेकिन अब जिले के सभी विद्यालयों में शून्य निवेश से बने 11 नवाचारों को लागू करने फरमान बीएसए ने जारी किया है।
देश में शिक्षा रूपांतरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें अर¨वदो सोसायटी का अहम योगदान है। देश में चल रहे 11 नवाचारों में दो कन्नौज के हैं। अब जिले के सभी स्कूलों में 11 नवाचारों में कम से कम एक लागू करना अनिवार्य हो गया है। इन नवाचारों को लागू करने में शिक्षकों पर कोई आर्थिक बोझ नहीं आएगा। अर¨वदो सोसायटी के आपरेशन हेड मयंक अग्रवाल ने बताया कि नवाचारों से छात्रों में नैतिक, सामाजिक व सांस्कृतिक जीवन मूल्य विकसित होंगे। हर विद्यालय से नवाचार प्रपत्र संकुल प्रभारी के माध्यम से ब्लाक स्तर पर जमा होंगे, जिन्हें बाद में बीएसए दफ्तर भेजा जाएगा। ----- नोट: दोनों हॉफ कालम फोटो इसी इनसेट में लगाएं ----
आशुतोष बने शिक्षकों के रोल मॉडल
जिले के दो शून्य निवेश के नवाचारों को बनाने में प्राथमिक विद्यालय तालग्राम के सहायक अध्यापक आशुतोष दुबे शिक्षकों के लिए रोल मॉडल बन गए हैं। उनके ये नवाचार देश के 22 राज्यों में लागू हैं। वहीं प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर छिबरामऊ की प्रधानाध्यापिका पूजा पांडेय ने भी शैक्षिक नवाचारों को लागू कर बुनियादी शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने में अभूतपूर्व योगदान दिया है। इसके अलावा आशीष मिश्रा, अमित मिश्रा, सरिता गौतम, रेनू कमल आदि ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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इन नवाचारों को करना होगा क्रियान्वित
-बाल संसद
-खेल-खेल में शिक्षा
-अभिनव शिक्षण तकनीक
-भविष्य सृजन
-चित्रकथा से शिक्षा
-बाल अखबार
-सरल अंग्रेजी अधिगम
-कांसेप्ट मै¨पग
-कला-शिल्प से विकास
-सामुदायिक सहभागिता
-छात्र प्रोफाइल
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शून्य निवेश में नवाचार एक सरल शिक्षा पद्धति है, जिससे प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था में अभूतपूर्व परिवर्तन आएगा। जिले में लागू होने से कन्नौज जिला मॉडल के रूप में स्थापित होगा।
-दीपिका चतुर्वेदी, बीएसए।